माटी गणेश सिद्ध गणेश को महाअभियान बनाएं प्रस्फुटन समितियां : संभाग समन्वयक

– गोहद में माटी गणेश निर्माण प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

भिण्ड, 21 अगस्त। प्रकृति संरक्षण हेतु माटी गणेश सिद्ध गणेश अभियान महत्वाकांक्षी अभियान है। जन अभियान परिषद की समस्त इकाईयां इसको महाअभियान बनाएं। यह बात मप्र जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक धर्मेन्द्र सिसोदिया ने गोहद विकास खण्ड में मप्र जन अभियान परिषद के माध्यम से आयोजित माटी गणेश निर्माण कार्यशाला और प्रस्फुटन समितियां के सह प्रशिक्षण में कही। कार्यशाला में जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, वरिष्ठ समाजसेवी गिर्राज तोमर, पार्षद रामलखन, माटी गणेश निर्माण हेतु प्रशिक्षक के रूप में गणेश उपाध्याय, ज्योति चौहान, एचएस गौर विकास खण्ड में निर्मित समस्त प्रस्फुटन समितियां, सदस्य मेंटर और अन्य समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यशाला का संचालन और आभार गोहद विकासखण्ड समन्वयक बृजेन्द्र शर्मा ने किया।
संभाग समन्वयक धर्मेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि गोहद की प्रस्फुटन समितियों के प्रशिक्षण और माटी गणेश प्रशिक्षण में आपसे यही कहना है कि इस अभियान को महाअभियान बनाएं। आप सब जानते हैं कि जन अभियान परिषद हमेशा अभिनव पहल के लिए जाना जाता है वह निरंतर कुछ ना कुछ नवीन समाज को देता है। माटी गणेश की अवधारणा भी यही है। ग्राम स्तरीय समितियां के निर्माण में भी परिषद अपनी भूमिका निभा रहा है। ग्राम की समितियों को चाहिए कि वे आत्मनिर्भरता जगाने हेतु कार्य करें।
परिषद की हर इकाई विकास के लिए प्रतिबद्ध : भदौरिया
जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण में समाजसेवी संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। कोई भी अभियान तभी सफल होता है जब उसमें समाज की भागीदारी हो बिना समाज के भागीदारी की कोई भी अभियान सफल नहीं होता, अत: इस अभियान में प्रत्येक व्यक्ति को जोडना जन अभियान परिषद का पहला काम होना चाहिए। यही नहीं प्रस्फुटन समितियां समाज में पनप रही वैमनस्यता को समाप्त करने के लिए यह समितियां निरंतर काम करें। उन्होंने कहा जन अभियान परिषद की प्रत्येक पहल समाज में संस्कार देने वाली होती है और इससे समाज को एक दिशा मिलती है।
सभी अभियान तभी सफल जब समाज एकजुट हो : शर्मा
विकास खण्ड समन्वयक बृजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण का अभियान है माटी गणेश अभियान। इस अभियान के तहत हम आस्थावान होते हुए पर्यावरण संरक्षण हेतु मिट्टी के गणेश का निर्माण कर लोगों को जागरूक करेंगे कि अधिक से अधिक अपने घरों में और आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मिट्टी से गणेश निर्माण कर उनकी पूजा करें। समाजसेवी गिर्राज तोमर ने कहा कि ग्राम विकास में समितियों की भूमिका अहम है। आज आप जब वापस जायेंगे तो एक लक्ष्य लेकर जाएंगे कि आपके ग्राम में प्रकृति संरक्षण के साथ नशामुक्ति की बात भी आप करेंगे।
कार्यशाला में प्रस्फुटन समितियां के निर्माण संबंधी, नवांकुर सखियों को जो बीज रोपण हेतु दिए गए हैं उनके लालन-पालन संबंधी, नशा मुक्ति संबंधी, पार्टी शिल्प से संबंधित, माटी से गणेश निर्माण संबंधी और मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। नशामुक्ति की शपथ भी दिलाई गई। साथ ही जन अभियान परिषद की कार्य पद्धति, कार्यशैली के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला में मिट्टी से गणेशजी की मूर्ति का निर्माण किया गया और लोगों को प्रशिक्षण भी दिया गया।