– चिराग विशुद्ध बहू मण्डल ने की मुनिराज की पूजा अर्चना
भिण्ड, 23 जुलाई। गणाचार्य विराग सागर महाराज, पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के परम शिष्य मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने विराग मण्डप हाउसिंग कॉलोनी बगिया में चल रहे प्रवचनों में कहा कि संत और डॉक्टर किसी व्यक्ति विशेष के नहीं होते, क्योंकि उनके पास जो भी आता है उसे आशीर्वाद देते हैं, ऐसे ही डॉक्टर हैं उनके पास जो भी मरीज आता है वह उसका इलाज करते हैं। संत और डॉक्टर किसी की जाति पाति को नहीं देखते, वह तो केवल भावों के भूखे हैं, विनम्रता से उन्हें कोई भी जीत सकता है। संत का स्वभाव निर्मल होता है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति भगवान का रूप मानते हैं, ऐसे डॉक्टर भगवान के रूप हैं, क्योंकि वह व्यक्ति ही जान बचाते हैं।
प्रवचनों में चिराग विशुद्ध बहू मण्डल ने पूजा अर्चना कर भक्ति भाव से अर्घ चढाए, सभी ने भक्ति करते हुए गुरू वंदना की। इस अवसर पर जगदीश जैन मुकेश जैन बडेरी, चक्रेश जैन, नरेश जैन, सुनील जैन, पार्षद मनोज जैन, ऋषि जैन, अमित जैन एवं विराग विशुद्ध बहू मण्डल की महिलाएं उपस्थित थीं।
भगवान पारसनाथ के मोक्ष कल्याणक पर चढेगा सवा 23 किलो का लाडू
नगर में चातुर्मास कर रहे मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसाम्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 31 जुलाई को जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ के मोक्ष कल्याण के अवसर पर सवा 23 किलो का शक्कर का लाडू चढाया जाएगा। जिस भगवान के मोक्ष जाने की खुशी में जैन श्रद्धालु चढाएंगे, साथ ही लाडू सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पार्षद मनोज जैन ने बताया कि जिसमें प्रत्येक भक्त अपने घर से लाडू को सजा कर लाएंगे, जिसे सभी लोग सामूहिक रूप से भगवान के मोक्ष जाने की खुशी में चढाएंगे। साथ ही भगवान पारसनाथ का अभिषेक स्वर्ण कलश एवं शांति धारा का आयोजन होगा, क्योंकि भगवान स्वर्ण भद्र कोर्ट से मोक्ष को गए थे।