भारतीय किसान संघ का चिंतन शिविर 11 जुलाई को प्रतापपुरा में

भिण्ड, 10 जुलाई। तहसील अटेर के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे शोषण से अटेर क्षेत्र के किसानों में आक्रोश व्याप्त है। जिसको लेकर भारतीय किसान संघ द्वारा 11 जुलाई को अटेर क्षेत्र के ग्राम प्रतापपुरा में चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा।
भारतीय किसान संघ के अटेर तहसील के अध्यक्ष गंभीर सिंह भदौरिया ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि बंदोबस्त के समय अधिकतर गांवों के नक्शे खराब कर दिए हैं, उसका परिणाम आज जब किसान सीमांकन कराता है तो मिलान नहीं होने के कारण सीमांकन नहीं हो पाता है। इस कारण से किसानों में आक्रोश बढता जा रहा है, पांच साल हो गए आज तक किसानों के नक्शे सुधार के आवेदन लंबित पडे हुए हैं। जो किसान सुविधा शुल्क दे देता है उसके नक्शे में सुधार कर दिया जाता है। भूमाफिया तालाबों पर अतिक्रमण कर रहे हैं, कोई कार्रवाई नहीं होती, सीमांकन मशीन से किया जा रहा है। एक किसान का खेत दूसरे के में निकल रहा है, अगर राजस्व विभाग इसी प्रकार किसानों के साथ अन्याय होता रहा तो चंबल घाटी में पुन: बन्दूकें आग उगलने लगेंगी। उन्होंने किसानों से अपील की है कि राजस्व से संबंधित समस्याओं पर आपके विचार आमंत्रित हैं और समाधान कैसे हो इस पर विचार होगा। इसलिए चिंतन शिविर में अधिक से अधिक संख्या पहुंचें।