सीटू के बैनर तले आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने शहर में निकाली रैली

– न्यूनतम वेतन और सरकारी कर्मचारी दर्जे की मांग, टेक होम राशन में ओटीपी सिस्टम का किया विरोध

भिण्ड, 09 जुलाई। आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अपनी लंबित मांगों को लेकर बुधवार को शहर की सडकों पर उतर आईं। उन्होंने सीटू (एकता यूनियन) के बैनर तले रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। रैली पीडब्ल्यूडी ऑफिस से शुरू होकर परेड चौराहा, सदर बाजार, गोल मार्केट, बजरिया, किलागेट, जेल रोड होते हुए लहार चुंगी तक निकाली गई।

आंगनबाडी कर्मियों ने ज्ञापन के माध्यम से न्यूनतम वेतन 32 हजार रुपए और सहायिकाओं को 26 हजार रुपए प्रतिमाह देने की मांग की। साथ ही उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, 10 हजार की पेंशन और सेवानिवृत्ति लाभ की व्यवस्था की भी मांग रखी। केन्द्रों पर बिजली-पानी की सुविधा और भवन किराया बढाने, रजिस्टर की उपलब्धता और बच्चों की वास्तविक संख्या दर्ज कराने की अनुमति, अतिरिक्त विभागीय कार्य बंद करने और टीए/ डीए देने की मांग की। इसके साथ ही टेक होम राशन वितरण के लिए ओटीपी सिस्टम लागू किए जाने पर भी आपत्ति जताई। उनका कहना है कि हितग्राहियों के पास मोबाइल और नेटवर्क की सुविधा नहीं है। इस वजह से कई महिलाएं पोषण आहार से वंचित रह जाएंगी।
आंगनबाडी कार्यकर्ता संगठन की अध्यक्ष साधना सिंह ने कहा कि शासन आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से दोयम दर्जे का व्यवहार कर रहा है। अगर मांगे नहीं मानी गईं तो वे बडे आंदोलन के लिए मजबूर होंगी। वहीं सीटू के जिला सचिव अनिल दोनेरिया ने कहा कि न्यूनतम वेतनमान लागू किया जाए, ताकि छोटे कर्मचारी सम्मानजनक जीवन जी सकें।
श्रमिक संगठनों ने भी निकाली रैली
सीटू के नेतृत्व में शहर में देशव्यापी हडताल के समर्थन में श्रमिक संगठनों की रैली भी निकाली गई। उन्होंने श्रम और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाए और बेरोजगारी, महंगाई, लोकतंत्र और संविधान पर हमले के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। रैली में प्रमुख रूप से देवेन्द्र सिंह चौहान, सूरज त्रिपाठी, डॉ. जितेन्द्र दीक्षित, अयूब खान, सुरभि दुबे सहित अन्य लोग मौजूद रहे।