– आंगनबाडी में 50 नाम दर्ज, मिले सिर्फ 5 बच्चे
– परियोजना अधिकारी, सुपर वाईजर ड्यूटी से नदारद
भिण्ड, 07 जुलाई। रौन ब्लॉक की आंगनबाडियों का निरीक्षण करने पहुंचे लहार एसडीएम विजय सिंह यादव ने जब हालात देखे तो वे भडक उठे। जिले की आंगनबाडी केन्द्रों में पीएम पोषण आहार योजना के तहत तीन से छह साल के बच्चों को हॉट कुक्ड मील और पौष्टिक नाश्ता मिलना चाहिए, लेकिन हकीकत में बच्चों को न तो भोजन मिल रहा है और न ही केन्द्रों पर उनकी उपस्थिति दर्ज हो रही।
सोमवार को एसडीएम विजय यादव ने रौन शहरी क्षेत्र की आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण किया। यहां ज्यादातर केन्द्र खुले तो मिले, लेकिन उपस्थिति के नाम पर मात्र चार-पांच बच्चे मौजूद थे। हैरानी की बात यह रही कि रजिस्टर में दर्ज संख्या 30, 40 से लेकर 50 तक पाई गई। जब इस पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं से सवाल किया गया तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सकीं। आंगनबाडी केन्द्रों की लचर हालत देखने के बाद एसडीएम रौन ब्लॉक के परियोजना अधिकारी ऑफिस पहुंचे। यहां सुपरवाइजर व परियोजना अधिकारी अनुपस्थित मिली।
एसडीएम के निरीक्षण में आंगनबाडी में खाने की व्यवस्था भी बेहद लचर मिली। पोषण आहार के नाम पर सिर्फ पोहा परोसा जा रहा था, वह भी खराब गुणवत्ता और बेस्वाद। जब भोजन सप्लाई करने वाले समूह का नाम पूछा गया तो कोई आंगनबाडी कार्यकर्ता स्पष्ट तौर पर बता नहीं सकी। सिर्फ इतना कहा गया कि खाना मछण्ड कस्बे से आता है, जबकि हकीकत में पूरा नेटवर्क भिण्ड के एक व्यक्ति और विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से संचालित होने की बात सामने आई। एसडीएम ने जब परियोजना अधिकारी रजनी शर्मा व सुपर वाईजर की लोकेशन जाननी चाही, तो वे क्षेत्र में मौजूद नहीं पाई गईं। कार्यकर्ताओं ने बताया कि रौन क्षेत्र में भोजन वितरण का वाहन 15 किमी दूर इमलाहा से आता है। कुछ कार्यकर्ताओं ने खुलासा किया कि सप्ताह में एक या दो दिन अच्छा भोजन तक नहीं दिया जाता। जो खाना आता है, वह बच्चों को पसंद नहीं आता और अक्सर बचा हुआ खाना आवारा मवेशियों को खिला दिया जाता है।
एसडीएम विजय यादव का कहना है कि रौन कस्बे की आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण किया। यहां भारी गडबड मिली, भोजन भी नहीं मिला। जो भोजन आता है वो 15 किमी दूर से आता है। इसके अलावा परियोजना अधिकारी व सुपर वाईजर भी मौके पर नहीं मिली। आंगनबाडी केन्द्रों पर बच्चे भी पांच से सात मिले। पूरे मामले को गंभीरता से लिया गया है। वहीं परियोजना अधिकारी रजनी शर्मा का कहना है कि आज भिण्ड कलेक्ट्रेट में काम से आई थी। मुझे जानकारी मिली है कि एसडीएम ने निरीक्षण किया। शक्ति स्वरूपा स्वसहायता समूह बिरखडी से भोजन आता है। ये मुझे जानकारी है। इमलाहा से भोजन आता है, इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है।