पांच शक्ति दीदियों ने पेट्रोल पंपों पर संभाली फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी

– कलेक्टर चौहान ने मंगलवार को दो महिलाओं को बनाया शक्ति दीदी
– जिले में अब तक 57 जरूरतमंद महिलाएं बन चुकी हैं शक्ति दीदी
– महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्वालियर जिले में हुआ है ‘शक्ति दीदी’ नवाचार

ग्वालियर, 01 जुलाई। ग्वालियर जिले की महिलाएं अब चौका-चूल्हे और घरेलू कामकाज करने तक ही सीमित नहीं रही हैं। जिले में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से किए गए नवाचार ‘शक्ति दीदी’ से जुडकर जरूरतमंद महिलाएं बखूबी ढंग से पुरुषों की तरह फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। मंगलवार को 5 और जरूरतमंद महिलाएं शक्ति दीदी बनाई गईं। इन सभी महिलाओं ने जिले के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभाल ली है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्वालियर जिले में ‘शक्ति दीदी’ के नाम से कलेक्टर रुचिका चौहान ने नवाचार किया है। जिसके तहत जरूरतमंद महिलाओं को फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में पेट्रोल पंपों पर नौकरी दिलाकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जिले में अब तक 57 जरूरतमंद महिलाएं विभिन्न पेट्रोल पंपों पर शक्ति दीदी के रूप में काम कर रही हैं।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने मंगलवार को झांसी रोड स्थित शिवचंद अमोलकचंद पेट्रोल पंप पर हिना कुशवाह व भगवान अचलेश्वर पेट्रोल पंप पर निशा को शक्ति दीदी की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने नई शक्ति दीदियों का पुष्पाहार व शक्ति दीदी की जैकेट पहनाकर उन्हें फ्यूल डिलेवरी वर्कर का दायित्व सौंपा। इस अवसर पर सहायक संचालक महिला बाल विकास राहुल पाठक, सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी सौरभ जैन एवं पेट्रोल पंपों के संचालकों सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
इसी तरह फूलबाग स्थित सेठ रतीलाल पेट्रोल पंप पर रेखा पूरिया, कलेक्ट्रेट के पीछे स्थित वैश्य एण्ड मुखर्जी पेट्रोल पंप पर अपेक्षा जोशी एवं काल्पीब्रिज स्थित गणेश पेट्रोलियम पर पिंकी शाक्य ने फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में शक्ति दीदी की जिम्मेदारी संभाली। जिला प्रशासन द्वारा ऐसी महिलाओं को शक्ति दीदी पहल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है, जो जरूरतमंद हैं या जिनके पति का निधन हो चुका है अथवा अपनों ने साथ छोड दिया है।
इस अवसर पर कलेक्टर चौहान ने पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिए कि शक्ति दीदियों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें प्रावधानों के अनुसार मानदेय व अन्य सुविधाएं एवं साप्ताहिक अवकाश अवश्य प्रदान किया जाए। उन्होंने थाना प्रभारी को भी निर्देश दिए कि जिन पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी तैनात हैं उन पर लगातार गश्त करते रहें। साथ ही एसडीएम, तहसीलदार पुलिस अधिकारी, पेट्रोल पंप संचालक एवं शक्ति दीदियों को शामिल कर एक वॉट्सएप ग्रुप में नई शक्ति दीदियों को जोडें।
कलेक्टर ने जिले वासियों से आह्वान किया है कि वे पेट्रोल पंप पर अपने वाहनों में डीजल पेट्रोल भरवाते समय शक्ति दीदियों के प्रति सम्मान का भाव रखें। साथ ही उनकी हौसला अफजाई भी करें। पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी सुविधाजनक तरीके से काम कर सकें। इसके लिए उनके कार्य का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रखा गया है।
शक्ति दीदी बनने के लिये महिलाएं यहां कर सकती हैं संपर्क
शक्ति दीदी बनकर फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में पेट्रोल पंपों पर काम करने की इच्छुक महिलाएं कलेक्ट्रेट स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास अथवा अपने नजदीकी बाल विकास परियोजना कार्यालय में संपर्क कर सकती हैं। साथ ही कलेक्ट्रेट स्थित खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के कार्यालय में भी इसके लिए संपर्क किया जा सकता है।