जिले में अस्पतालों में ही बनाए जा रहे हैं नवजात शिशु के जन्म प्रमाण पत्र

– कलेक्टर चौहान ने दिए निर्देश प्राथमिकता से करें यह काम

ग्वालियर, 30 जून। जिले के सरकारी अस्पतालों में प्रसव के बाद मां की छुट्टी होने से पहले ही नवजात शिशु के जन्म प्रमाण-पत्र बनाकर सौंपे जा रहे हैं। इससे जन साधारण को अपने शिशु का जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए अब इधर-उधर नहीं भटकना पडेगा। कलेक्टर रुचिका चौहान ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन एवं जिले के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को इस काम को प्राथमिकता के साथ अंजाम देने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर चौहान ने कहा कि जन्म प्रमाण-पत्र अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसलिए नवजात शिशु के माता-पिता एवं अन्य परिजन शिशु का जन्म प्रमाण-पत्र संबंधित अस्पताल से अवश्य ले लें। इस संबंध में सभी सरकारी अस्पतालों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्य रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं आयुक्त आर्थिक व साख्यिकी विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि सरकारी अस्पतालों में 50 प्रतिशत से अधिक प्रसव होते हैं। इसलिए जन्म प्रमाण-पत्र बनाने के लिए अधिकृत पदेन रजिस्ट्रार अस्पतालों में छुट्टी से पहले नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर दे दें।