शहर कांग्रेस ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में शहीद सैनिकों की वीर नारियों का किया सम्मान
भिण्ड, 30 अक्टूबर। शहर कांग्रेस भिण्ड द्वारा बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 की 50वीं वर्षगांठ पर शहीद सैनिकों की वीर नारियों एवं युद्ध में भाग लेने वाले तीन पूर्व सैनिकों का सम्मान किया गया। जिन वीर नारियों का सम्मान किया गया उनमें कैलाशी देवी पत्नी शहीद जगदीश, शांति देवी पत्नी शहीद जनवेद सिंह, मिथिलेश कुमारी पत्नी शहीद रणवीर सिंह, मिथिलेश कुमारी पत्नी शहीद जंग बहादुर, लीला कुमारी पत्नी शहीद रामलखन, बिट्टी देवी शहीद मुलायम सिंह, श्रीमती कमला देवी पत्नी शहीद अशफाक खान, राजेश्वरी देवी पत्नी शहीद उदय सिंह, श्रीमती शांतिदेवी पत्नी शहीद हाकिम सिंह, शिवरानी पत्नी शहीद भीकम सिंह प्रमुख है। साथ ही युद्ध में शामिल सैनिक कर्नल भारत सिंह यादव, कैप्टन जगमोहन पांडे, कन्हैया लाल पांडे, केदार सिंह तोमर का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री चौ. राकेश सिंह ने कहा कि भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी ने भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान का बंटवारा करवा दिया था, उस वक्त 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था और एक नया राष्ट्र बंगलादेश बनवा दिया था। इस प्रकार भारत ने एक नया इतिहास रच दिया था, 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग में शहादत देने वाले भारतीय सेना के शहीदों को समस्त भारत नतमस्तक होकर सलाम करता है। भारत माता के पावन तन को छूने के लिए पाकिस्तानी सेना के दु:साहस और षड्यंत्र से भरे इरादों को कुचलने के लिए श्रीमती इन्दिरा गांधी ने मां दुर्गा का रूप धारण कर अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत की निर्भीक छवि बनाई।
इस अवसर पर जिला शहर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि भारत पाकिस्तान बांग्लादेश मुक्ति युद्ध सन् 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के नापाक मंसूबों पर पानी फेर कर ऐतिहासिक जीत हांसिल की, इस दिन को भारत में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को चारों ओर से घेर लिया और विवश होकर पाकिस्तानी सेना के कमांडर जनरल एके नियाजी ने पाकिस्तानी सैनिकों के साथ साजो सामान सहित ढाका के रेसकोर्स मैदान पर भारतीय सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष अपनी हार स्वीकार कर ली और अपनी व्यक्तिगत सर्विस रिवाल्वर और मेडल सौंप कर उसने युद्ध विराम की घोषणा कर आत्मसमर्पण किया था। पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने 84 लाख शरणार्थियों के साथ-साथ पाकिस्तानी फौज के साथ ही मानवता के नाते सद् व्यवहार किया था। हम सभी देशवासी अपनी बहादुर सेना के वीर सपूत और जांबाज रणबांकुरे एवं शहीदों को कोटि कोटि नमन करते हैं, इनके त्याग एवं बलिदान को आने वाली पीढिय़ां सदा याद करती रहेंगी।
कार्यक्रम को कर्नल भारत सिंह यादव, पूर्व विधायक सोपत जाटव, रामकिशोर भारद्वाज, खिजर मोहम्मद कुरैशी, धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया पिंकी, संदीप मिश्रा आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर रहीस खान, संतोष त्रिपाठी, रेखा भदौरिया, हिमांशु शर्मा, दर्शन सिंह तोमर, अजय जैन, अनीस कुरैशी, प्रमोद दीक्षित, बॉबी शर्मा, रीना चौहान, स्नेहलता जैन, पिंकी जाटव, कामिल खान, सतपाल अगरैया, रामजीलाल शाक्य, विक्रम उपाध्याय, संजय यादव, सूरजपाल सिंह राजावत, सुनीता दोहरे, कुलदीप भारद्वाज, मोहर सिंह जाटव, आदित्य पुरोहित आदि कांग्रेस जन उपस्थित थे।