भिण्ड, 11 नवम्बर। मनीष विद्यापीठ स्कूल लहार अपने विद्यालय में बच्चो को शिक्षा देने के अलावा अन्य गतिविधियों में भी स्वावलंबी होना सीखता है, जिसमे देश दर्शन टूर का कार्यक्रम महत्वपूर्ण होता है, जिसमें विद्यालय हर वर्ष देश दर्शन का कार्यक्रम का आयोजन करता है।
इस कार्यक्रम में बच्चे पांच दिन अपने माता-पिता से दूर शिक्षकों के साथ घूमने जाते हैं और सुबह उठने से लेकर रात्रि सोने तक की सभी गतिविधियां स्वयं ही करते हैं, जिससे उनकी दिनचर्या में भी सुधार होता है, इसी क्रम में विद्यालय ने देश दर्शन का कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम छह नवंबर को शाम पांच बजे विद्यालय प्रांगण में बच्चे अपने अपने अभिभावकों के साथ आए और तीन स्लीपर बसों के माध्यम से अयोध्या धाम और नैमिषारण्य तीर्थक्षेत्र के लिए रवाना हुए। जिसमें कुल 127 छात्र-छात्राओं के साथ 35 विद्यालय स्टाफ और आठ समिति प्रबंधन के लोग शामिल हुए इस प्रकार कुल 170 के साथ देश दर्शन का कार्यक्रम हुआ। जिसमें सबसे पहला पड़ाव अयोध्या धाम था, जहां पर पहले दिन सरयू नदी के दर्शन व रामघाट पर स्नान करके घूमना प्रारंभ किया। जिसमें गुप्तार घाट, नंदीग्राम, सूर्य कुण्ड, मणि पर्वत के दर्शन किए। दूसरे दिन कनक भवन, श्रीराम जन्मभूमि, हनुमान गढी और छोटी छावनी के दर्शन किए। तीसरे दिन पुन: राम जन्म भूमि मन्दिर के दर्शन किए और शाम को अयोध्या धाम से नैमिषारण्य तीर्थक्षेत्र के लिए रवाना हुए। चतुर्थ दिवस में नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र पहुंचे, जहां पर सभी बच्चों ने सबसे पहले चक्रतीर्थ में जाकर स्नान किया, उसके बाद तीर्थ क्षेत्र में तीन किमी की दूरी पर स्थित मां ललिता देवी मन्दिर, त्रिशक्ति धाम, आदि गंगा गोमती नदी, पांच पांडव किला और हनुमान गडी गुफा, व्यास गद्दी और सृष्टि के प्रथम स्त्री पुरुष मनु-सतरूपा जी की तपस्थली के दर्शन करवाकर शाम को स्लीपर बसों से लहार के लिए रवाना हुए जो रात्रि 10 बजे लहार पहुंची। सभी बच्चों के अभिभावक समय से पूर्व ही विद्यालय पर अपने अपने बच्चों को लेने पहले से ही उपस्थित थे।