शस्त्र की रक्षा लिए शक्ति आवश्यक है : राजपाल

भिण्ड, 06 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नगर दबोह में शालेय विद्यार्थियों का पथ संचलन निकाला गया। जो सरस्वती शिशु विद्यालय से प्रारंभ हुआ और नगर के कोंच रोड, छिन्नमस्ता मन्दिर होते हुए सरस्वती शिशु मन्दिर पर समापन किया गया। संचलन में बाल स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया एवं जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर वक्ता जिला प्रचारक राजपाल सिंह ने कहा कि विजयादशमी का पर्व अधर्म पर धर्म की विजय का पर्व है, भगवान श्रीराम ने बानर सेना को संगठित करके राक्षसी शक्तियों के विरुद्ध खडा किया एवं उन पर विजय प्राप्त की विजया दशमी के पहले नौ दिन शक्ति की आराधना की जाती है क्योंकि शास्त्र की रक्षा करने के लिए शक्ति आवश्यक है इसलिए विजया दशमी के दिन शस्त्र पूजन का विधान है। विजया दशमी के दिन ही डॉ. हेडगेवार ने सन 1925 में नागपुर में संघ की स्थापना की थी। संघ का उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित करके भारत को परम वैभव पर ले जाना है, उसके लिए जो आवश्यक होगा स्वयंसेवक सभी काम करेंगे, संघ हमेशा से ही राष्ट्र सर्वोपरि भावना को लेकर काम करता है, एक समय ऐसा था जब हिन्दू समाज आत्मविस्मृत हो गया था। इसलिए स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि गर्व से कहो हम हिन्दू हैं, आज भी जिसे हिन्दू होने पर गर्व नहीं है वह हिन्दू नहीं हो सकता। हमारी संस्कृति वसुधेव कुटुंबकम की है, एक हमारी ही संस्कृति है जो विश्व कल्याण की बात करती है, आज पूरा विश्व भारत की और देख रहा है, अब वो दिन दूर नहीं जब हम पुन: विश्व गुरू कहलाएंगे।