– कई मकान धराशायी, छत्रीबाग बस स्टेण्ड भी बाढ की चपेट में, आलमपुर-रतनपुरा मार्ग पर वाहनो आवागमन बंद
भिण्ड, 12 सितम्बर। आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में पिछले दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी उफान पर आ गई है। सोनभद्रिका नदी का पानी गुरुवार को आलमपुर नगर में बस्ती के अंदर घुस गया है। जिससे आलमपुर नगर में तमाम कच्चे पक्के मकान डूब गये हैं। घरों के डूबने से आलमपुर नगर में लोगों का लाखों रुपए का घर ग्रहस्थी का सामान भीगकर खराब हो गया है। सोनभद्रिका नदी का जल स्तर लगातार बढता जा रहा है। आलमपुर में छत्रीबाग बस पर नदी का पानी पहुंच गया है और सडक पर करीब तीन फीट पानी चल रहा है। पुल के एक ओर सडक भी धसक ले चुकी है। इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आलमपुर रतनपुरा मुख्य मार्ग पर सभी प्रकार के वाहनों सहित पैदल लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद करा दिया गया है।
आलमपुर में सोनभद्रिका नदी का रौद्र रूप देखकर हर कोई हैरान है। आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी 1990 में उफान पर आई थी। उस समय भी सैकडों मकान बाढ की चपेट में आए थे और आलमपुर नगर के लोगों को आज 34 वर्ष के बाद सोनभद्रिका नदी का फिर एक बार रौद्र रूप देखने को मिला है। आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी उफान पर आने के कारण गुरुवार को छत्रीबाग, महाजन घटिया के पास, झा मोहल्ला, हरिजन बस्ती, भैरनाथ मन्दिर, गुफा के पास, लक्ष्मीकांत मन्दिर, तला की पार सहित नदी के किनारे निवास करने वाले तमाम लोगों के घरों में नदी का पानी भर गया। जिससे आलमपुर नगर में अनेक घर पानी में डूब गए। इसके अलावा अनेक घरों में चार से पांच फीट तक पानी भरा हुआ था। आलमपुर बस्ती के अंदर नदी का पानी घुसने के कारण जहां तमाम लोगों का घर ग्रहस्थी का सामान भींगकर खराब हो गया है। तो वहीं आलमपुर नगर में तमाम कच्चे पक्के मकान धराशायी हो गए हैं। छत्रीबाग पर अनेक घर व दुकानें बाढ की चपेट में आ गए है। आलमपुर नगरीय क्षेत्र में बाढ से कितने घर व दुकानें प्रभावित हुई हैं। फिलहाल इसका अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन अनुमान है कि आलमपुर नगरीय क्षेत्र में सैकडों की तादाद में घर एवं दुकानें बाढ की चपेट में आई हैं।
आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी का पानी घुसने के कारण राजेश सिंह कानूनगो, झा के बाडे में रखे कई छोटे बडे वाहन पानी में डूब गए हैं। तो वहीं शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्र.दो के सामने मैदान में रखी एक बस के पानी में डूबने की खबर है। इसके अलावा झा के बाडे में बंधी एक भैंस की पानी में डूबने से मौत हो गई है। नदी का जल स्तर बढने के पश्चात आलमपुर के सभी श्मशान घाट जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में गुरुवार को आलमपुर नगर के लोगों को श्मशान घाट व सडक पर करीब चार फीट भरे पानी में घुसकर अंतिम संस्कार करना पडा। आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी का पानी बस्ती के अंदर भरने के पश्चात तथा नदी का जल स्तर लगातार बढने के पश्चात नगर परिषद आलमपुर ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। नगर परिषद कर्मचारियों ने पानी में डूबे कुछ घरों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। नगर के युवाओं ने बाढ प्रभावित लोगों को दोपहर में स्वल्प हार तथा रात्रि में भोजन की व्यवस्था की है।
लहार एसडीएम विजय सिंह यादव तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रमोद बरुआ ने नगर परिषद अमले के साथ बाढ प्रभावित मोहल्लों का अवलोकन किया और बाढ में फंसे लोगों के बचाव कार्य के लिए जिला मुख्यालय से वोट सहित बचाव दल को बुलवाया। आलमपुर नगर में सोनभद्रिका नदी का जल स्तर लगातार बढता जा रहा है। यदि रात्रि में बारिश होती है तो आलमपुर में बाढ की भयाबान स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सोनभद्रिका नदी का लगातार बढ रहा जल स्तर से आलमपुर नगर के लोग चिंतित हैं।
सरकारी विद्यालय एवं विद्युत ट्रांसफार्मर भी डूबा
आलमपुर नगर में महाजन घटिया के पास संचालित शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्र.दो में बाढ के पानी में पूरी तरह से डूब गया है। विद्यालय के केवल छत दिखाई दे रही थी। सरकारी विद्यालय पानी में डूबने के कारण उसके अंदर रखा संपूर्ण रिकार्ड व बच्चों की भोजन सामग्री पानी से भीगकर खराब हो गई है। इसी विद्यालय के पास एक विद्युत ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, जिससे कई मोहल्ला में विद्युत आपूर्ति होती है। लेकिन विद्युत ट्रांसफार्मर के पानी में डूबने से कई मोहल्ला की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है।
विद्युत सप्लाई ठप पानी की समस्या हुई उत्पन्न
सेवढा से आलमपुर आई 33 केव्ही विद्युत लाइन में फाल्ट आने के कारण आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र की विद्युत सप्लाई बुधवार रात करीब तीन बजे ठप हो गई है। तभी आलमपुर की विद्युत सप्लाई ठप है। नगर के लोगों के समक्ष पीने के पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गई। नगर के लोगों ने हैण्ड पम्पों से पानी भरकर काम चला रहे हैं। अभी यह निश्चित नहीं कि आलमपुर की विद्युत आपूर्ति कब तक बहाल हो भी पाएगी।