गोहद में आफत की बारिश, चारों ओर पानी ही पानी

भिण्ड, 12 सितम्बर। गोहद क्षेत्र में दो दिन यानि 48 घण्टों से हो रही वर्षा ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जो लोग वर्षा न होने पर ईश्वर को कोसते थे वही लोग पानी बंद होने की ईश्वर से दुआ कर रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि गोहद में जो हालात सन 1990 में बने थे, उससे भी खरनाक स्थिति निर्मित हो सकती है, गोहद की जनता की प्यास बुझाने वाला वैसली जलाशय ओवरफ्लो हो गया है। गोहद के हठीले हनुमान मन्दिर के पीछे बहने वाली वैसली नदी के ऊपर बना रपटा जलमग्न हो गया है, जिससे गंगादास का पुरा के लोगों का तहसील से संपर्क टूट गया है। निचली बस्तियां जलमग्न हैं, कच्चे मकान जमीदोज हो गए हैं, पानी निकासी की व्यवस्था न होने व लगातार वर्षा ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। सबसे अधिक परेशान रोज कमाकर खाने वाले लोग हैं, जिन्हें रोजगार के अभव में रहना पडेगा। वहीं बरसात ने टिकासरा भी जलमग्न कर दिया है, चारों तरफ तबाही का मंजर है। अभी पानी थमा नहीं है, वहीं वर्षा रुकने के बाद जलभराव से बीमारी फैलने की आशंका है। गोहद प्रशासन ने हल्का पटवारियों को निर्देश देकर नुकसान पर नजर रखकर मदद के लिए निर्देशित किया है। साथ ही जनता से भी अपील की है कि वो नदी के समीप न जाएं, आवश्यकता पडने पर घर से बाहर निकलें।

स्टेट के समय में बना है वैसली जलाशय
गोहद क्षेत्र को सिंचाई के पानी के लिए स्टेट के समय में निर्मित वैसली जलाशय आज गोहद नगर की जनता के लिए जीवन दायिनी भी है। इस जलाशय के डूब छेत्र में 12 गांव शामिल हैं, जहां के किसानों ने मुआवजा के लिए हाईकोर्ट की ग्वालियर खण्डपीठ का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। जल संसाधन व नगरीय प्रशासन विभाग के बीच फुटबॉल बना मुआवजे का मुद्दा आज भी तस है। हाईकोर्ट के आदेश पर डूब में आने वाली 12 गांवों की जमीन को बचाने के लिए वैशली जलाशय का जलस्तर 508 फीट निश्चितकिया गया है, इसके साथ ही वैसली नदी गोहद व मेहगांव के 45 गांवों से होकर भरौली में सिंध में समा जाती है। लगातार हो रही वर्षा ने नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को परेशानी में डाल दिया है, खेतो में पानी भर गया है, कूप बह गए हैं, जिससे पशुओं के चारे का संकट विद्यमान हो गया है। वहीं बंधा बरथरा सहित नदी किनारे बसे गांवों में बाढ का पानी पहुंच रहा है। नगर सहित गावों में मकान गिरने से लोग बेघरबार हो गए हैं, नगर के वार्ड क्र.नौ एवं 10 में एक दर्जन से अधिक मकान गिर गए हैं, वार्ड क्र.दो में बरथरा रोड पर ऑफिसर कॉलोनी से नालंदा स्कूल तक बस्ती जलमग्न हो गई है। ब्लॉक शिक्षा कार्यालय में पानी भर गया है। गोहद चौराहा थाना में वर्षा के पानी ने स्वयं की रक्षा के लिए मजबूर कर दिया है, यहां रिकार्ड रम में पानी भरने से दस्तावेज पानी में तैरते दिखे, यहां नगर पालिका से पहुंचे मोटर पम्प से पानी निकाला गया।