भिण्ड, 12 सितम्बर। दबोह क्षेत्र में तीन दिन से हो रही बारिश अब आफत बनती जा रही है। इस बारिश से किसानों की फसलें तो चौपट हुई हैं, वहीं कई गरीब लोगों के मकान भी धराशाही हुए हैं। तो वही उत्तर प्रदेश सीमा को जोडने वाले दबोह से समथर, दबोह से कोंच पुलों पर सात से आठ फीट ऊपर पानी बह रहा है, जिसके चलते इन पुलों से आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है और इन पुलों पर दबोह पुलिस प्रशासन सतत निगरानी रखे हुए है।
वहीं पहुज नदी पर पानी का जल स्तर बढने से उसके आस-पास के गांव जाखोली, धोरखा की निचली बस्तियों के निवासियों को प्रशासन ने गांव के शासकीय स्कूलों में सुरक्षित रखा गया है। साथ ही गांव में दबोह थाना प्रभारी राजेश शर्मा ने मुनादी कराकर लोगों से अपील की है कि नदी के आस-पास कोई भी व्यक्ति न जाए। दबोह में तीन दिन से हो रही झमाझम बारिश से नगर के वार्ड क्र.चार में कौशल किशोर खरे के मकान का पिछला हिस्सा धराशाही हो गया है, तो नगर के आवासग्रह निवासी ब्रजमोहन का मकान भी गिर गया है। वार्ड क्र.10 कजियाना मोहल्ला में जाबिर खां का भी मकान तेज बारिश ने गिर गया है।
बता दें कि ब्रजमोहन को प्रधानमंत्री आबास योजना की पहली किस्त तो मिल गई फिर आज तक कोई किस्त नहीं मिली। नगर में तेज बारिश से कस्बे के मोहल्लों में पानी भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नगर के रीक्षा मोहल्ला में पानी भरने से वहां के लोग अपने घरों में कैद हो कर रह गए हैं, वहीं पुरानी हाट में नाला ओवरफ्लो होकर बस्ती में घुस रहा है। इतना ही दबोह में थोडी बारिश होने पर भिण्ड-भाण्डेर रोड पर पानी भर जाता है। जबकि नगर परिषद के पास सफाई के पर्याप्त साधन उपलब्ध होने के बावजूद नगर की यह हालत पैदा होती है। यहां बताना मुमकिन होगा कि दबोह का संपर्क अन्य शहरों से भी टूट चुका है। ज्ञात रहे कि दबोह में 1990 को ऐसे ही हालत पैदा हुए थे। 17 से 20 सितंबर तक दबोह में झमाझम बारिश हुई थी और 21 सितंबर को रात को नगर में बाढ का सैलाब आ गया था, वैसे ही आज वही हालत नजर आ रहे हैं और बारिश डरावनी लगने लगी है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।