कमलनाथ अपने पद की गरिमा और मर्यादा भूलकर संस्कार विहीन हो गए हैं : राजौरिया

भारतीय जनता युवामोर्चा के कार्यकर्ताओं ने फूंका कमलनाथ का पुतला

भिण्ड, 14 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा के ऊपर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अभद्र टिप्पणी और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने पर भारतीय जनता युवामोर्चा के कार्यकर्ताओं ने परेड चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में युवा कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के सम्मान में भारतीय जनता युवामोर्चा मैदान में कमलनाथ होश में आओ होश में आओ, माफी मांगो, माफी मांगो के नारे लगाते हुए परेड चौराहे पर उन्होंने प्रदर्शन किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार के आह्वान पर युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का पुतला परेड चौराहे पर जलाकर और जमकर नारेबाजी की। पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान भाजयुमो के जिला महामंत्री उपेन्द्र राजौरिया ने कमलनाथ के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कमलनाथ अपने पद की गरिमा और मर्यादा भूलकर संस्कार विहीन हो गए हैं। उम्र के साथ इनकी यादाश्त भी कम हो गई है, क्योंकि ये मंच पर नेताओं के नाम भी भूल जाते हैं। ये वही कमलनाथ हैं जो महिलाओं पर गंदी टिप्पणी कर उन्हें सजावट का सामान बताते हैं। भाजयुमो नेता अतुल रमेश पाठक ने कहा कि अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी करने की आदत कांग्रेस और उनके नेताओं की बन गई है। इनका पतन होना निश्चित है।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा संस्कारों में और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा से जुड़कर उन्होंने काम किया है। उपचुनाव में लोकसभा और विधानसभा में भाजपा प्रत्याशियों की बढ़ती हुई ताकत को देखकर बौखला कर इस प्रकार के आरोप लगाए हैं, यह लोकतंत्र के विरुद्ध है और उन्हें भारतीय संस्कृति का ज्ञान नहीं है। यदि उन्हें भान होता तो मर्यादा में रहकर सभा में बोलते, संगठन बहुत बड़ी ताकत है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से कमलनाथ को तत्काल माफी मांग लेना चाहिए।
पुतला दहन कार्यक्रम में सुभाष मण्डल के अध्यक्ष प्रदीप सिंह भदौरिया टीपू, प्रदेश कार्य समिति सदस्य आशीष सिंह भदौरिया, विक्रांत सिंह कुशवाह, युवा नेता अतिराज सिंह नरवरिया, मोनू नरवरिया, रक्षपाल सिंह राजावत, सज्जन सिंह नरवरिया, अतुल पाठक, रवि भदौरिया, रवि तोमर, दीपेन्द्र सिंह तोमर, शैलेन्द्र रीतौरिया एडवोकेट आदि कार्यकर्ता शामिल थे।