समस्याओं को लेकर चार जुलाई माकपा गोहद तहसील पर करेगी धरना प्रदर्शन

भिण्ड, 30 जून। नोवा फैक्ट्री मालनपुर में बट्रॉल तथा केमिकल्स का उपयोग कर घी बनाया जा रहा है, जो ना सिर्फ हानिकारक है बल्कि जनता के स्वास्थ्य के लिए खिलवाड़ हो रही है। उसका गंदा कचरा मलवा गोहद में सप्लाई कर गोहद में सुखाया जा रहा है, उसकी बेहद बदबू आती है, आस-पास लोग बीमारी के शिकार हो रहे हैं, प्रशासन को जानकारी है उसके बावजूद अनदेखा किया जा रहा है। लगता है प्रशासन किसी हादसे के इंतजार में है, हादसा होने पर प्रशासन सक्रिय होगा आग लगी है तब पानी से आग बुझाने की जरूरत है मगर आग बुझ जाने के बाद पानी डालने से क्या फायदा है।
माकर््सवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव ओमप्रकाश बाथम ने बताया कि गोहद क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है, इससे पीने के पानी का संकट बना हुआ है, आटा चक्की, बिजली से संचालित सारे कार्य ठप हो रहे हैं, किसान मजदूरों में इससे आक्रोश बढ़ रहा है। नगर पालिका गोहद द्वारा बीपीएल कार्ड बनाए गए हैं, हाट गुमटी ठेले वालों का पंजीयन है, भवन निर्माण मजदूरों का पंजीयन हुए लंबा अरसा हो चुका है, परंतु खाद्यान्न पर्ची का लाभ नहीं मिल सका है। मालनपुर के औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों का शोषण हो रहा है, काम के घण्टे की कोई सीमा नहीं है, बढ़ा हुआ पारिश्रमिक भत्ता कम कर दिया गया है, कारखाने में किसानों की जमीन चली गई है उनके परिवार के लोगों को कोई नौकरी प्रदान नहीं की गई है। नगर पालिका गोहद एवं तहसील में नामांतरण बंटवारे लंबित है निराकरण नहीं हो रहा है, सीमांकन की प्रक्रिया ठप है, किसान सम्मान निधि के फार्म नहीं भारवाए जाने से किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल रहा है, गोहद में जीवन चलाने रोजगार चला रहे मजदूरों को उजाड़ा जा रहा है, उन्हें बसाया नहीं जा रहा है, वर्षो से जो सरकारी जमीनों पर काबिज हैं उन्हें पट्टे नहीं दिए जा रहे हैं, जिन्हें पट्टे प्रदान किए गए उनको कब्जा नहीं दिया गया है। गोहद बांध में डूब प्रभावित कई किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है, अभी शेष बचे किसानों को मुआवजा का लाभ नहीं मिल सका है, सार्वजनिक वितरण प्रणाली से राशन सामग्री घटिया किस्म की मिल रही है तथा 14 चीज नहीं मिल रही हैं। अधिकांश सामग्री की कालाबाजारी हो रही है। शासन द्वारा शुरू की गई विधवा पेंशन महंगाई के हिसाब से नहीं मिल रही है, विधवा पेंशन दुगनी मिलना चाहिए वह भी नियमित सामाजिक सुरक्षा पेंशन उनके खातों में आना चाहिए।
बाथम ने बताया कि उल्लेखनीय मुद्दों पर आवाज उठाने का तय किया है, 27 जून को इन मुद्दों पर ज्ञापन दिया जा चुका है, चार जुलाई को गोहद तहसील पर धरना देकर जन आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस धरना प्रदर्शन में माकपा राज्य सचिव मण्डल सदस्य अखिलेश यादव, पूर्व नपा अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर, माकपा नेता राजेश शर्मा, वीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, हरगोविन्द जाटव, भूपेन्द्र गुर्जर, राजेन्द्र सिंह, रशीद खान, शोभा माहौर, मुन्नालाल कुशवाहा, नारायण शर्मा, सुनील माहौर सहित तमाम नेता चार जुलाई के आंदोलन का नेतृत्व करेंगे। उसके बावजूद समाधान नहीं होने पर मालनपुर कूच किया जाएगा, गोहद में आने वाले समय में बड़ा आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएगा, जिसमें मसाल जुलूस, पुतले दहन से लेकर गोहद बंद तक का निर्णय लिया जाएगा। माकपा कार्यकर्ता हेतराम माहौर, कन्हैया माहौर, उदय सिंह राठौड़, राजेन्द्र माहौर, जयसिंह माहौर, जगदीश माहौर, उदय सिंह श्रीवास, लोकेन्द्र माहौर, मुन्नालाल कुशवाहा, मुन्नीबाई, गुड्डीबाई, प्रीति, राधा, सूरज जाटव, भगवती जाटव, राशिद खान, निरंजन माहौर, हरिशंकर माहौर, नाथूराम माहौर, नारायण माहौर आदि ने चार जुलाई आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। इस दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो प्रशासन जिम्मेदार होगा।