भिण्ड, 03 जनवरी। देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मानसरोवर होटल मालनपुर में उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर मनाई गई।
इस अवसर पर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि 19वीं सदी के दौर में भारतीय महिलाओं की स्थिति बडी दयनीय थी, जहां एक ओर महिलाएं पुरुषवादी वर्चस्व की मार झेल रही थीं, तो दूसरी ओर समाज की रूढिवादी सोच के कारण कई तरह की यातनाएं व अत्याचार सहने को विवश थीं। हालात इतने बदतर थे कि घर की देहरी लांघकर महिलाओं के लिए सिर से घूंघट उठाकर बात करना भी आसान नहीं था। समाज की ओर से उनके साथ किए जा रहे गलत बर्ताव को वे अपनी किस्मत मान चुकी थीं। सावित्रीबाई फुले ने सामाजिक शोषण से मुक्त करने व उनके समान शिक्षा व अवसरों के लिए पुरजोर प्रयास किया। इससे हमें यह सीख मिलती है कि हम भले ही कटे-फटे कपडे पहनें, एक रोटी कम खाएं, लेकिन अपने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर होकर आगे पढाई के लिए बढावा दें। इस अवसर पर सेंट्रल ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष विनोद सुमन, महासचिव अनिल दोनोरिया, मालनपुर कांग्रेस के अध्यक्ष कृष्णा कुशवाहा भी मौजूद रहे।