– राकेश अचल
अटकलों के बजार में स्वागत
हर नये इश्तहार में स्वागत
आप हैं खास आज के मेहमान
आपका हर दयार में स्वागत
अटकलें लग रही हैं रोजाना
कोठियों और कार में स्वागत
कौन टूटेगा डाल से पत्ता
सैकडों में, हजार में स्वागत
लाटरी किसकी खुलने वाली है
हो चुके हर खुमार में स्वागत
खैरमकदम करेंगे हम सबका
आइए जलबिहार में स्वागत