होली का पर्व सौहार्द, समरसता और भाईचारे का प्रतीक है : कौरव

आलमपुर में काव्य संध्या एवं होली मिलन समारोह का आयोजित

भिण्ड, 11 मार्च। होली पर्व के उपलक्ष्य में गत शुक्रवार को विष्णु कौरव के निवास पर काव्य संध्या एवं होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें करीब एक दर्जन स्थानीय कवियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सेवा निवृत प्राचार्य हिम्मत सिंह कौरव ने मां सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि होली का पर्व सौहार्द, समरसता और भाईचारे का प्रतीक है। प्रत्येक व्यक्ति को होली का त्यौहार हंसी-खुशी और भाइचारे के साथ मनाना चाहिए। मंच संचालन कर रहे प्रो. भगवान सिंह निरंजन ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए काव्य वाचन का दौर शुरू कराया। जिसमें वरिष्ठ साहित्यकार सीताराम गुप्ता दिनेश, हरनारायण हिण्डोलिया, रामकुमार शास्त्री भागवताचार्य, चुन्नीलाल शिल्पकार विमल, ईमान खान, ग्यासीलाल गुप्ता अटल, डॉ. रामबिहारी कौरव, विष्णु कौरव, आत्माराम रजक, संजीव लहारिया इत्यादि कवियों ने हास्य कविताओं का वाचन कर उपस्थित लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर उपस्थित नगर वासियों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। अंत में नप उपाध्यक्ष भुवनेश तीतविलासी ने उपस्थित गणमान्य का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर थाना प्रभारी केदार सिंह यादव, गजेन्द्र सिंह चौहान, उमाशंकर सिंह कौरव, कप्तान सिंह कौरव, मोनू महजन, सुरेन्द्र सिंह कौरव, महेन्द्र यादव, मनोज त्रिपाठी, अजय मांझी, आशुतोष सोनी, रोमी रायकवार पार्षद, संजेश रजक सहित आधा सैकड़ा से अधिक लोग मौजूद थे।