भिण्ड, 10 दिसम्बर। बच्चों को कानूनी सलाह एवं सहायता प्रदान करने के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के अवसर पर शा. महाविद्यालय मेहगांव में जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति मेहगांव अशोक गुप्ता की अध्यक्षता में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अधिवक्ता सुरेश शर्मा, रामहरी शर्मा, सुभाष राठौर, अभिभाषक संघ के उपाध्यक्ष पंकज सेंथिया, अजमेर सिंह नरवरिया, सचिव रामनिवास भदौरिया, सहसचिव दिलीप चौधरी आदि अधिवक्तागण, महाविद्यालय के प्राचार्य आरके डवरिया, समस्त प्राध्यापकगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
शिविर में समझाया गया कि इस दिन को हम अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने 1950 में 10 दिसंबर के दिन को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस घोषित किया था, ताकि लोगों को उनके अधिकारों के बारे में सही और सटीक जानकारी मिल सके। यह एक ऐसी संस्था है जो विश्व में मानव के हित में किए जा रहे अधिकारों की रक्षा करती है। इसी के चलते मानव अधिकार आयोग ने मानव के अधिकार से जुड़े हुए 30 अनुच्छेदों का लेखा-जोखा तैयार किया है। जिसके अंतर्गत मानव के आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक विकास में अवरोध उत्पन्न करने वालों पर संज्ञान लिया जाता है या शिकायत के आधार पर समस्या को सुलझाया जाता है। मानव अधिकार कार्यालय कहां-कहां स्थापित है, इस बारे में बताया गया। शिविर में 78 हितग्राही लाभन्वित हुए।