रासेयो ने निकाली मानवाधिकार जागरूकता रैली, छात्रों ने बनाई मानव श्रृंखला
भिण्ड, 10 दिसम्बर। शहर के शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में मानवाधिकार दिवस उत्साह पूर्वक मनाया गया। रासेयो छात्रों द्वारा शहर में मानवाधिकार की संदेश रैली उत्कृष्ट विद्यालय से परेड चौराहे तक निकली गई तथा जिला चिकित्सालय परिसर में विशाल मानव श्रृंखला बनाकर अपने अधिकारों के प्रति जागरुक रहने का संदेश दिया गया। रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ.धीरज सिंह गुर्जर ने सभी को शपथ दिलाई कि हम अपने अधिकारों के प्रति जागरुक रहेंगे, न किसी के प्रति अन्याय करेंगे न अपने ऊपर बर्दास्त करेंगे। हम अपने अधिकारों की रक्षा के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी ईमानदारी के साथ पालन करेंगे।
रैली के बाद विद्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें अतिथियों ने मानवाधिकारों पर विस्तार पूर्वक व्याख्यान दिए। इस अवसर पर एडीपीसी सत्यभान सिंह भदौरिया, जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया, भारत विकास परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. साकार तिवारी, यातायात पुलिस निरीक्षक रंजीत सिंह सिकरवार, समाजसेवी इमरान खान, एकेडमिक प्रभारी आरबी शर्मा और एनएसएस प्रभारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर मंचासीन रहे।
इस दौरान डॉ. साकार तिवारी ने कहा कि हमे अधिकारों के साथ ही अपने कर्तव्यों का भी भान रहना चाहिए। देश में आदर्श व्यवस्था के लिए हम रामराज्य का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं, जहां सभी को समानता और स्वतंत्रता का अधिकार था, सभी लोग स्वस्थ, सुखी और संपन्न थे। शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि हम शुरुआत खुद से करें, अपने घर और परिवार से करें। कर्तव्य पालन करने के बाद ही अधिकारों की मांग की जा सकती है। इमरान खान ने कहा कि माता-पिता और गुरू की बात का सदैव पालन करें, वे हमेशा आपके हित के बारे में ही सोचते हैं। उनकी अव्हेलना कर हम जीवन में कभी सफल नहीं हो सकते। ट्रैफिक टीआई रंजीत सिकरवार ने कहा कि गाड़ी चलाना तुम्हारा अधिकार है, लेकिन यातायात नियमों का पालन करना कर्तव्य। हमें वाहन चलाते समय ट्रैफिक रूल्स का पालन जरूर करना चाहिए, ताकि हम स्वयं सुरक्षित रहें और अन्य लोगों की भी सुरक्षा कर सकें। सत्यभान सिंह भदौरिया ने संविधान और मानव अधिकारों पर चर्चा करते हुए कहा कि पुरुष, महिलाओं और बच्चों सभी के लिए शिक्षा, समानता और स्वतंत्रता का अधिकार है। 1948 से पूरे विश्व में मानव अधिकारों की जागरुकता के लिए 10 दिसंबर को यह दिवस मनाया जाता है।
धीरज सिंह गुर्जर ने बताया कि इस वर्ष 2022 की मानवाधिकार दिवस की थीम ‘सभी के लिए प्रतिष्ठा, न्याय और स्वतंत्रताÓ निर्धारित की गई है। कार्यक्रम में बाल संरक्षण प्रतियोगिता के चयनित छात्रों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस दौरान विजय रायपुरिया, सुरेन्द्र बघेल, मधुराज शर्मा, रामसिंह, सुनील, दिनेश देवेश, मदन राठौर, अभिमन्यु सिंह, रौनक राजावत, मधु बंसल, सोनू बघेल सहित डेढ़ सैकड़ा से अधिक छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।