खेरिया तोर में जर्जर भवन में चल रहा है सरकारी स्कूल

छत की हालत ऐसी कि कभी भी हो सकता है हादसा
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने किया विद्यालय का मुआयना

भिण्ड, 06 दिसम्बर। जिले में ऐसे भवनों में भी बच्चे पढ़ रहे हैं, जो कभी भी धराशाई हो सकते हैं। ऐसा ही एक सरकारी विद्यालय मेहगांव विकास खण्ड के ग्राम खेरियातोर में संचालित है। यह भवन कभी भी जमींदोज हो सकता है।
मेहगांव विकास खण्ड के ग्राम खेरिया तोर में प्राथमिक शाला पहुंचकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने मुआयना किया और देखा जिसमें छोटे-छोटे बच्च पढऩे के लिए आते हैं और जर्जर छत के नीचे बैठाकर पढ़ाए जा रहे हैं। पढ़ाने वाला शिक्षक कमरे के दरबाजे के पास बैठता है और बच्चे उस खस्ताहाल टूटी छत के ठीक नीचे बैठाए जाते हैं। यदि हादसा होता है तो शिक्षक तो अपनी जान बचाकर बाहर निकल जाएगा लेकिन बच्चों की जान संकट में आ सकती है।


कांगे्रस जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा का कहना है कि जिला शिक्षा विभाग न पढ़ाई की गुणवत्ता और स्तर पर ध्यान दे रहा है और न उनके बैठने वाले भवनों की हालत पर गौर कर रहा है। शिक्षा विभाग नौनिहालों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे और भी विद्यालयों को चिन्हित कर इस मामले को लेकर जिला कांगे्रस द्वारा जन आंदोलन करने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही यह आंदोलनात्मक कदम उठाया जाएगा।

धमाके बन सकते हैं हादसे का कारण

क्षेत्र में कभी-कभी धमाकों की आवाजें आती है और पक्के मकान तक हिल जाते हैं। ऐसे में यदि विद्यालय भवन की जर्जर छत नीचे आ गई तो बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। बताया जाता है कि यह धमाके शादी समारोहों में बड़ी आवाज वाले पटाखों से होते हैं। यह भी बताया जा रहा है कि ग्वालियर के महाराजपुरा एयरपोर्ट से ट्राइल उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमानों की ओर से भी धमाकों की आवाजें आती हैं।