भिण्ड, 15 नवम्बर। आजादी के बाद भी दलित समाज पर अत्याचार हो रहे हैं, शोषण के शिकार दबे कुचले दलित आजादी के 75 साल बाद भी न्याय के लिए भटक रहे हैं। मप्र में तो दलित अत्याचार चरम सीमा पर है, भेदभाव, गैर बराबरी एवं शिक्षा में उपेक्षित दलितों की समस्याओं पर विचार किए जाने एवं संघर्षों को तेज करने के उद्देश्य से बिहार के बेगूसराय में तीन से पांच दिसंबर तक दलित शोषण मुक्ति मंच का अखिल भारतीय अधिवेशन बुलाया गया है। जिसमें मप्र से 10 प्रतिनिधियों में जिला भिण्ड से गोहद नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर एवं एक अन्य साथी प्रतिनिधि चुने गए।
जानकारी देते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच के नेता श्यामबाबू शाक्य ने बताया कि दलितों, शोषितों, वंचितों को जब तक न्याय हासिल नहीं हो जाता तब तक दलित शोषण मुक्ति मंच के बैनर तले संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में तीन से पांच दिसंबर तक तीन दिवसीय बेगूसराय में प्रस्तावित अखिल भारतीय अधिवेशन में विख्यात दलित साहित्यकार आरडी आनंद, केरल के सामाजिक न्याय मंत्री राधाकृष्णनन, दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय महासचिव रामचन्द्र डोम के अलावा पूर्व सांसद सुभाषिनी अली मुख्य रूप से मौजूद रहेंगी और उक्त नेता तीन दिवसीय दलित अधिवेशन को संबोधित करेंगे। बताया गया है कि दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए मध्य प्रदेश से 10 प्रतिनिधि हिस्सेदारी करेंगे, जिसमें भिण्ड से गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रेनारायण माहौर तथा एक अन्य साथी प्रतिनिधि चुने गए हैं, जो बेगूसराय बिहार में प्रस्तावित महाअधिवेशन में जिला भिण्ड का प्रतिनिधित्व करेंगे। उक्त प्रतिनिधि दो दिसंबर को रवानगी करेंगे।