नशामुक्ति, यातायात नियम व सायवर अपराध के बारे में दी जानकारी
भिण्ड, 19 अक्टूबर। पुलिस अधीक्षक भिण्ड शैलेन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन में दबोह थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने बुधवार को शा. उमावि दबोह में शिविर का आयोजन स्कूल संचालकों के साथ संयुक्त रूप से किया। इस दौरान थाना प्रभारी ने बच्चों को यातायात के नियम बताते हुए उससे होने वाली जनहानि व दुर्घटना भी बताई। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती का पूजन एवं पुष्पार्पित कर की गई। तदुपरांत स्कूल की छात्राओं ने सरस्वती वंदना की। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में नायाब तहसीलदार अमित दुबे मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने की।
थाना प्रभारी ने शिविर में सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक करने के लिए भी विद्यालय प्रबंधन से अपील की। इस दौरान शिविर में सैंकड़ो की संख्या में बच्चों ने भाग लिया। थाना प्रभारी ने बच्चों को बताया कि सड़क पर गाड़ी चलाते समय लोगों की छोटी- छोटी गलतियों के कारण सड़क दुर्घटनाओं और सड़क किनारे लगे संकेतक खतरे को कम करने के लिए सड़क सुरक्षा एक सुरक्षात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि आज के समय मे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। सड़क पर ऐसी दुर्घटनाओं की मुख्य वजह लोगों द्वारा यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी है। गलत दिशा में गाड़ी चलाना, सड़क सुरक्षा नियमों और उपायों में कमी, तेज गति, नशे में गाड़ी चलाने, हैलमेट न लगाना आदि के कारण सड़क दुर्घटनाओं के बारे में हम हमेशा खबरों या अपने दोस्तों द्वारा सुनते हैं। सड़क हादसों की संख्या को घटाने के लिए उनकी सुरक्षा के लिए सभी सड़क का इस्तेमाल करने वालों के लिए सरकार ने विभिन्न प्रकार के सड़क यातायात और सड़क सुरक्षा नियम बनाए हैं, हमें उन सभी नियमों और नियंत्रकों का पालन करना चाहिए। जैसे हैलमेट लगाना रक्षात्मक चालन की क्रिया, सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल, गति सीमा को ठीक बनाए रखना, सड़क पर बने निशानों को समझना आदि।
नायाब तहसीलदार अमित दुबे ने भी बच्चो को यातायात के नियमों को समझाते हुए कहा कि गाड़ी चलाने के दौरान सेल फोन या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल के कारण चालक का ध्यान हटने के कारण सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे मामलों में सड़क हादसों और चोटों से दूर रखने के लिए यातायात नियम और कानून आपकी बहुत मदद करता है, सड़क सुरक्षा उपाय वो हथियार है जो आपको महंगे यातायात अर्थदण्ड, गंभीर अपराधों, ड्राईविंग लाईसेंसों के निष्कासन आदि से बचा सकता है। उन्होंने तेजी से बढ़ रहे सायबर अपराध व ऑनलाइन ठगी के बारे में भी बच्चो को समझाया। उन्होने कहा की आपके पास अगर किसी भी अपरिचित नंबर से ओटीपी व आपके एटीमए व क्रेडिट कार्ड की कोई जानकारी मांगी जाती है तो कृपया कर ऐसी कोई जानकारी किसी के साथ भी शेयर न करें।
वहीं विधायक प्रतिनिधि शिवनारायण दुबे व पत्रकार राजाभैया पाल ने भी बच्चों को यातायात के नियमों के बारे में समझाते हुए कहा कि आपके पापा जब घर से बाहर निकलें तो उनके हाथ में हैलमेट अवश्य दें, जिससे वह सुरक्षित रहें। उन्होंने नशामुक्ति को लेकर भी बच्चों को शपथ दिलाई।
पुलिस ने बच्चों को बताए यातायात के नियम
सड़क पर चलने वाले सभी व्यक्तियों को अपने बांए तरफ होकर चलना चाहिए, खासतौर से चालक को और दूसरी तरफ से आ रहे वाहन को जाने देना चाहिए। चालक को सड़क पर गाड़ी घुमाते समय गति धीमी रखनी चाहिए। अधिक व्यस्त सड़कों और रोड जंक्शन पर चलते समय ज्यादा सावधानी बरतें। दोपहिया वाहन चालकों को अच्छी गुणवत्ता वाले हेलमेट पहनने चाहिए, जिससे उनकी जान माल को खतरा न रहे। गाड़ी की गति निर्धारित सीमा तक ही रखें, खासतौर से स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलोनी आदि क्षेत्रों में। सड़कों पर चलने वाले सभी लोगों को रोड पर बने निशान और नियमों की अच्छे से जानकारी हो। यात्रा के दौरान सड़क सुरक्षा के नियम-कानूनों को दिमाग में रखें। ड्रायविंग करते समय मोबाइल पर कभी बात नहीं करनी चाहिए।