आर्यिकाश्री की शोभायात्रा निकालकर चातुर्मास के लिए किया मंगल प्रवेश

आर्यिकाश्री ससंघ की जगह-जगह आगवानी कर पाद प्रच्छलन कर आरती उतारी, महिलाओं ने दी डांडिया प्रस्तुति

ग्वालियर, 10 जुलाई। गणाचार्य विराग सागर महाराज की परम शिष्या श्रमणी आर्यिका श्री विरम्या माताजी एवं श्रमणी आर्यिका श्री विसंयोजना माताजी ससंघ का 2022 का भव्य चतुर्मास ग्वालियर में करने के लिए भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा रविवार की माधौगंज स्थित चितेरा ओली दिगंबर जैन मन्दिर से वात्सल्यमयी चतुर्मास 2022 समिति ग्वालियर, सकल दिगंबर जैन समाज, श्री दिगंबर वरैया जैन पाश्र्वनाथ पंचायती बड़ा मन्दिर मामा का बाजार एवं श्री श्रमण संस्कृति परमार्थ संस्थान ग्रेटर ग्वालियर के संयुक्त तत्वावधान में गाजे-बाजे के साथ निकाली गई।


जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि श्रमणी आर्यिका श्री विरम्या माताजी एवं श्रमणी आर्यिका श्री विसंयोजना माताजी ससंघ के चातुर्मास के लिए भव्य मंगल प्रवेश माधोगंज स्थित चितेरा ओली जैन मन्दिर से गाजे-बाजे के साथ शुरू होकर मुख्य मार्गों से होते हुए मामा का बाजार स्थित ऋषभ धर्मशाला पहुंची। शोभायात्रा में आर्यिकाश्री ससंघ की भव्य आगवानी जैन समाज के समाज जनों ने की। शोभायात्रा में बालिकाएं व महिलाएं साफा पहनाकर ढोल तासे की धुन पर डांडिया नृत्य करती हुई चल रही थीं। पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र में सिर पर टोपी पहनकर पचरंगी ध्वज व केशरिया ध्वज लेकर जयघोष लग रहे थे। मंगल प्रवेश शोभायात्रा में आर्यिकाश्री ससंघ की अगवानी जगह-जगह जैन समाज की विभिन्न संस्थाओं व समाज जनों ने घरों, प्रतिष्ठानों के आगे रंगोली सजा कर पाद प्रच्छलन व दीपों से आरती उताकर मंगल आशीर्वाद लिया।

चातुर्मास साधु-संतों के लिए नहीं हर व्यक्ति के लिए है : आर्यिकाश्री

श्रमणी आर्यिका श्री विरम्या माताजी ने मंगल प्रवेश के दौरान धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चातुर्मास केवल साधु-संतों के लिए नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए होता है। धर्म, ध्यान व अध्यात्म के मार्ग पर चलने का यह विशेष समय है। इन चार माह में हर व्यक्ति को धर्म-भक्ति के पथ पर अग्रसर होना होगा। इससे पूर्व साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि जिनवाणी का श्रवण करोगे तो जीवन में निश्चित परिवर्तन आएगा।


श्रमणी आर्यिकाश्री विसंयोजना माताजी ने कहा कि चार माह ओर चार चातुर्मास ग्वालियर में होना बड़े पुण्य का संयोग है। वर्ष में आठ माह के अलावा यह चार माह जप-तप व भक्ति के लिए विशेष होते हैं। हम सबको जगाने यह चातुर्मास आता है, इसलिए उत्साह से इस चातुर्मास का स्वागत करना चाहिए। आर्यिकाश्री ससंघ के चरणों मे श्रीफल आयोजन समिति के भरत जैन वेराग्गी, बसंत जैन, सुरेशचंद जैन, संजयमणि जैन, चंद्रप्रकाश जैन चंदर, वीरेन्द्र जैन, डीके जैन, राजेश जैन, प्रकाशचंद जैन, सुनील भंडारी एवं विभिन्न संस्थाओं के पादधिकारियों ने भेंटकर आशीर्वाद लिया।

इन्होंने किया दीप प्रज्वलित कर किया धर्मसभा शुभारंभ

श्रमणी आर्यिका श्री विरम्या माताजी एवं श्रमणी आर्यिका श्री विसंयोजना माताजी के सानिध्य में धर्मसभा का शुभारंभ आचार्य श्री विराग सागर महाराज के चित्र का आवरण कुशलचंद्र चंद्रा जैन व दीप प्रज्वलित अनंत कुमार सुशीला जैन ने किया। आर्यिकाश्री को जिनावाणी विनोद आशा जैन एवं कमल मंजू जैन ने भेंट की। मंगल चरण नृत्य कु. सक्षि जैन ने किया। संचालन आदित्यमणि वरैया ने किया।

मुनि श्री विनय सागर महाराज का भव्य मंगल प्रवेश आज

श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ का नगर मंगल प्रवेश चार माह चातुर्मास के लिए आयोजन समिति साधनमय चातुर्मास 2022 एवं सहयोगी संस्था पुलक मंच परिवार ग्वालियर के तत्वावधान में 11 जुलाई को सुबह छह बजे से मुनिश्री की भव्य मंगल नगर प्रवेश शोभायात्रा दौलतगंज स्थित दिगंबर जैन मन्दिर से गाजे-बाजे के साथ शुरू होकर, पारखजी बड़ा, डीडवाना ओली, गस्त का ताजिया, नई सड़क, दानाओली, मोर बाजार, महाराज बाड़ा से होते हुए माधवगंज स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचेगी। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर दीप प्रज्वलित, पड़ा प्रच्छालन, शास्त्र भेंट एवं मुनिश्री के मंगल प्रवचन होंगे।

आर्यिकाश्री के चातुर्मास की कलश स्थापन 14 को

आर्यिकाश्री ससंघ के चतुर्मास कलश स्थापना 14 जुलाई को ऋषभ धर्मशाला में 2022 के चातुर्मास कलश स्थापना कार्यक्रम आयोजित होगा।