कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, सभी बच्चे स्कूल जाएं

बच्चों पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 09 जुलाई। महिला बाल विकास समिति भिण्ड द्वारा ऑल इंडिया एनजीओ एसोसिएशन व चाइल्ड लाइन के सहयोग से बच्चों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एवं स्कूल चलो अभियान के तहत जागरुकता शिविर का आयोजन एसबीएम हाई स्कूल बीटीआई रोड भिण्ड में संपन्न हुआ।
शिविर का संचालन कर रहे नीलकमल सिंह भदौरिया ने बच्चों को बताया कि स्कूल चलो अभियान के तहत कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, सभी बच्चे स्कूल जाएं, कोई बच्चा छूटे नहीं, अपने आस-पास के बच्चों को शिक्षा की तरफ प्रेरित करें। अगर कोई ऐसे भी बच्चे हैं जो कि मानसिक दिव्यांग है, उन्हें भी आप स्पेशल स्कूल में दाखिला दिलवाकर उन्हें भी शिक्षा से जोड़ सकते हैं। साथ ही जो गरीब और बेसहारा बच्चे हैं, उन्हें शिक्षा के अधिकार के तहत स्कूलों में प्रवेश दिलाकर उन्हें भी शिक्षा की मुख्य धारा के तहत जोड़ा जा सकता है। अगर किसी बच्चे को किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़े तो वह चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल करके मदद मांग सकते हैं, अगर किसी भी बालिका या बालक का 18 वर्ष व 21 वर्ष से पहले विवाह हो रहा हो तो आप उसकी भी जानकारी चाइल्ड लाइन पर दे सकते हैं और जानकारी देने वाले का नाम व नंबर गोपनीय रखा जाता है। साथ ही बच्चों को अच्छा स्पर्श एवं बुरा स्पर्श के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अगर आपके कोई प्राइवेट पार्ट को जबरन छूता है तो आप उसकी जानकारी भी चाइल्ड लाइन पर दे सकते हैं, यह एक प्रकार का चाइल्ड एब्यूज की कैटेगरी में आता है और बच्चों को उचित काउंसलिंग की सुविधा प्राप्त होगी।
इसी क्रम में स्कूल के संचालक रामकुमार दुबे ने बच्चों को शिक्षित होने के फायदे और महत्व को समझाया और चाइल्ड एब्यूज पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बच्चे अच्छे और बुरे का फर्क नहीं कर पाते हैं और वह चाइल्ड एब्यूज का शिकार हो जाते हैं और कई बच्चे तो डिप्रेशन में भी चले जाते हैं, इसलिए हर माता-पिता की भी यह जिम्मेदारी है कि अपने बच्चे को चाइल्ड एब्यूज के बारे में बताएं और बच्चों को समय देकर उनके दोस्त बनें, ताकि बच्चे आपको अपने दिल की बात बताने में डरे नहीं। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय प्राचार्य आलोक त्रिपाठी एवं स्कूल स्टाफ एवं चाइल्डलाइन टीम से अन्नू तोमर, उपेन्द्र व्यास, अनमोल चतुर्वेदी, आकाश शर्मा और आयना टीम का विशेष सहयोग रहा।