भागवत कथा सुनने से मनुष्य के पाप पुण्य में बदल जाते हैं : आचार्य रजनीश महाराज

भिण्ड, 28 मई। भागवत कथा सुनने से मनुष्य के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। जीवन में यश कीर्ति के साथ उसका जीवन निर्मल हो जाता है। कर्म ही मनुष्य को महान बनाते हैं। कर्म से ही मनुष्य की पहचान होती है। श्रीमद् भागवत कथा का गुणगान करने से जीव को मुक्ति मिलती है। जिस क्षेत्र में भागवत कथा होती है उस क्षेत्र का वातावरण सकारात्मक रहता है, नकारात्मकता अपने आप हट जाती है। यह बात अटेर क्षेत्र के रानीपुरा गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का वाचन करते हुए आचार्य रजनीश महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि आज हर घर में गाय और तुलसी होना चाहिए, जो नहीं है। जिस घर में गाय और तुलसी रहती हैं वहां से तमाम बीमारियां और जीवन में कष्ट दूर हो जाते हैं। गाय, माता-पिता और संतों की सेवा करने वाले व्यक्ति की आयु में वृद्धि होती है। सुख-समृद्धि का समावेश होता है। शास्त्री ने कहा कि दान करने से धन बढ़ता है। सृष्टि के हर जीव में परमात्मा का वास होता है इसलिए जीवों में अपार शक्ति होती है। दान करने से धन बढ़ता है।