राम का नाम नाम नहीं महामंत्र है : रामायणी

कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं हजारों भक्तगण

भिण्ड, 02 मार्च। राम का नाम केवल नाम नहीं, वह तो मुक्ति का महामंत्र है। राम से बड़ा राम का नाम हैं, राम का नाम लेने भर से सेतु भी लांघ गए हनुमान। यह बात मां चिल्लासन देवी भोनपुरा में आयोजित श्रीराम कथा के द्वितीय दिन पं. किशोर चंद्र रामायणी (बीकानेर) ने प्रवचन में कही।


रामायणी जी ने कहा कि राम का नाम महा मंत्र है और इस महा मंत्र का उच्चारण शिवजी ने किया है, आज काशी को मुक्ति का स्थान क्यों कहते हैं, काशी में जाने वाले इंसान के कान में जब महा मंत्र सुनाया जाता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसीलिए कहा गया है कि राम से बड़ा राम का नाम है। विशाल सागर को जब कोई ना लांघ सका तब पवनसुत हनुमान ने राम का नाम लेकर सागर पार किया, इसलिए राम का नाम नहीं वह तो महामंत्र है। रामायणी ने कहा कि तीर्थों का राजा प्रयागराज हैं, गुरु पुष्कर हैं, संशये गुरु से कभी भी किसी बात को हमें नहीं छुपाना चाहिए। नौ दिन चलने वाली कथा में ग्राम वासियों के सहयोग से व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। भिण्ड, मुरैना एवं आस-पास के ग्रामों के ग्रामीणजन भारी संख्या में श्रीराम कथा का श्रवण करने पहुंच रहे हैं।