ईंगुरी और बगुलरी के हार में जमीन का फटना बना कौतूहल का विषय

खेतों में 200 मीटर लंबी और डेढ़ से दो फीट चौड़ी पड़ गई है दरार

भिण्ड, 28 जून। जिले के पावई थाना इलाके में क्वारी नदी के बीहड़ से लगे गांव ईंगुरी एवं बगुलरी के हार में जमीन का फटना कौतूहल का विषय बना हुआ है। यहां खेतों में 200 मीटर लंबी और डेढ़ से दो फीट की चौड़ाई में दरार पड़ गई है। आसपास के इलाके के लोग उस फटी हुई जमीन की दरारे देखने के लिए पहुंच रहे हैं।
पिछले दो साल में ईंगरी व बगलुरी गांव के खेतों में यह घटना दूसरी बार हुई है। इस बार यह घटना तीन दिन पहले ईंगुरी गांव के सरकारी स्कूल के पास हुई है। यहां खेतों में 200 मीटर लंबी और डेढ़ से दो फीट की चौड़ाई में दरार पड़ गई है। इसी तरह से बगलुरी गांव के मौजे में घटना हुई है, जो उस स्थान से करीब एक किमी दूरी है। इस घटना के बाद गांव के लोग तरह सतर्कता बरत रहे हैं। भू-स्खलन से होने वाली दरार गहरी है। स्थानीय लोग इस ओर अपने जानवरों और बच्चों को नहीं जाने दे रहे हैं। उन्हें डर है कि इस दरार में जानवर के पैर फंसने पर हादसे के शिकार हो जाएंगे। इसी तरह बच्चे गिरने का भय बना हुआ है।
ईंगुरी निवासी रामसिंह भदौरिया बताते हैं कि यहां दो जगह जमीन में डेढ़ से दो फीट गहरी दरारें आ गई हैं। इस घटना के बाद आस-पास के लोग दहशत में हैं। लोग अपने बच्चों को खेतों पर नहीं जाने दे रहे हैं। इसे लोग दैवीय प्रकोप से जोड़कर देख रहे हैं। गांव के लोगों के मुताबिक जब देवताओं का प्रकोप होता है, तब धरती फटती है। लोग इस घटना को अशुभ मान रहे हैं। जानकारों के अनुसार जब जमीन का जलस्तर गिरता है, तब भू-गर्भीय हलचल होती है। आस-पास कोई नदी होती है, तो वो जमीन के अंदर का जल खींच लेती है। यह भू-गर्भीय घटना की वजह से जमीन में दरार आती है। प्राथमिक तौर पर यह घटना इसी प्रकार की है।