भिण्ड, 03 जनवरी। मप्र उच्च न्यायालय में लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण और पक्षकारों को त्वरित न्याय दिलाए जाने की दृष्टि से मप्र उच्च न्यायालय द्वारा न्यायालयीन काम के घण्टे बढ़ाने की पहल की गई है। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए मप्र उच्च न्यायालय नियम 2008 में संशोधन का सुझाव दिया गया है। पूर्व में उच्च न्यायालय के काम के घण्टे सुबह 10.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक थे, जिनमें विश्राम की अवधि दोपहर 1.30 बजे से 2.30 बजे तक थी। संशोधन के बाद मप्र उच्च न्यायालय में अब सुबह 10.15 बजे से शाम 4.30 बजे तक न्यायालयीन कार्य होगा, जिसमें विश्राम की अवधि दोपहर 1.30 बजे से 2.15 बजे तक होगी। इस तरह प्रतिदिन आधा घंटा समय बढऩे से लम्बित प्रकरणों के निराकरण में इजाफा होगा। उक्त संशोधन मप्र राजपत्र की अधिसूचना 31 दिसंबर 2021 में प्रकाशित हो चुकी है, जो अगले कार्य दिवस तीन जनवरी 2022 से प्रभावशील होगी।