– 5 एफआईआर दर्ज एवं विक्रेताओं को जारी किए नोटिस
– उप संचालक कृषि ने जिले में खाद की उपलब्धता की दी जानकारी
– केन्द्रों पर किसानों को सुगमता से निरंतर किया जा रहा है उर्वरक वितरण
भिण्ड, 26 सितम्बर। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास भिण्ड केके पाण्डेय ने बताया कि भिण्ड जिले में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल चार लाख 45 हजार 206 हैक्टर है, जिसमें शुद्ध कृषि भूमि तीन लाख 41 हजार 382 हैक्टर है, इस वर्ष खरीफ फसलों का रकबा एक लाख 52 हजार 500 हैक्टर का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें बाजरा फसल का रकबा 75 हजार, धान फसल का रकबा 38 हजार हैक्टर एवं शेष अन्य फसलों का 39 हजार हैक्टर रकबा रखा गया था। जिसमें से 50 हजार 500 धान फसल एवं बाजरा 31 हजार हैक्टर तथा अन्य फसलों को मिलाकर कुल 97 हजार हैक्टर में बोनी हुई है। जिस कारण खरीफ में क्षेत्राच्छादन कम होने से पड़ती भूमि 55 हजार हैक्टर रह गई है। वर्तमान में मौसम एवं परिस्थितियां सरसों फसल के अनुकूल होने से सरसों के रकबा में वृद्धि होने की संभावना है। इस हेतु दो लाख 28 हजार हैक्टर सरसों फसल के लिए लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में सरसों की बोनी का समय प्रारंभ है।
भिण्ड जिले में उर्वरक व्यवस्था हेतु 6 डबल लॉक केन्द्र, 168 सहकारी समितियां, 6 मार्केटिंग, एक एमपीएग्रो, 199 निजी विक्रेताओं कुल 380 विक्रय केन्द्रों से निरंतर उर्वरक विक्रय का किया जा रहा है। जिसमें आज तक 32 हजार 174 मैट्रिक टन यूरिया, 15 हजार 689 मैट्रिक टन डीएपी, 8642 मैट्रिक टन एसएसपी, 18 हजार 138 मैट्रिक टन एनपीकेएस प्राप्त हुआ है। जिसमें से 24 हजार 813 मैट्रिक टन यूरिया, 11 हजार 696 मैट्रिक टन डीएपी, 4545 मैट्रिक टन एसएसपी एवं 13 हजार 114 मैट्रिक टन एनपीकेएस का वितरण आज तक किया जा चुका है। 7361 मैट्रिक टन यूरिया, 3993 मैट्रिक टन डीएपी, 4097 मैट्रिक टन एसएसपी एवं 5024 मैट्रिक टन एनपीकेएस उपलब्ध है। जिसका वितरण निरंतर किया जा रहा है। गुण नियंत्रण अंतर्गत उर्वरक के 133 नमूने लिए जाकर प्रयोगशाला भेजे गए। जिसमें 105 नमूना की विश्लेषण रिर्पोट प्राप्त हुआ है। जिसमें 96 मानक एवं 9 अमानक श्रेणी के नमूने प्राप्त हुए हैं जिसमें नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 19 विक्रय प्रतिबंध, 4 लाईसेंस निलंबन एवं 3 लाईसेंस निरस्त किए गए हैं एवं 5 पुलिस प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई है एवं कारण बताओ सूचना पत्र विक्रेताओं को जारी किए गए हैं। किसानों को सुगमता से उर्वरक वितरण का कार्य उर्वरक वितरण केन्द्रों से निरंतर किया जा रहा है।
पर्ची वितरण काउंटर पर मिले 150 व्यक्ति
कलेक्टर भिण्ड संजीव श्रीवास्तव के निर्देशन में शुक्रवार को नवीन गल्ला मण्डी भिण्ड में खाद की पर्ची वितरण काउंटर की जांच के दौरान पाया गया कि मण्डी परिसर में भीड़ की स्थिति सामान्य है। शांति पूर्वक पर्चियों का वितरण किया जा रहा है। सभी काउण्टरों पर लगभग 150 व्यक्ति ही लाइन में लगे पाए गए।
तीन निजी उर्वरक विक्रेताओं को दिए नोटिस
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास भिण्ड केके पाण्डेय ने मैसर्स पं. रामदयाल एण्ड संस, मैसर्स कुसुमकांत जैन एवं मैसर्स निमित फर्टिलाइजर पुरानी गल्ला मण्डी भिण्ड को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर दिए हैं। उन्होंने नोटिस जारी कर कहा है कि कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में किसानों को सुगमता से उर्वरक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आपको लगातार व्यक्तिगत रूप से पत्राचार द्वारा निर्देशित किया गया है कि रैक पॉइंट से प्राप्त स्कंध सीधे फुटकर विक्रेताओं को उप संचालक कृषि को सूचित किए बिना ही प्रदाय किया जा रहा है। जिससे जिले को प्राप्त उर्वरक स्कंध की जानकारी न होने से उर्वरक वितरण में कठिनाई उत्पन्न हो रही है तथा जिले में कानून व्यवस्था जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। इससे प्रतीत हो रहा है कि आपके द्वारा उर्वरक वितरण व्यवस्था में दिए गए निर्देशों की लगातार अव्हेलना की जा रही है। जो कि उर्वरक गुण नियंत्रण 1985 में निहित प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। इस संबंध में आप अपना स्पष्टीकरण तत्काल उर्वरक निरीक्षक भिण्ड के माध्यम से प्रस्तुत करें, अन्यथा आपको देय अनुज्ञप्ति को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उर्वरक आईडी को निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।