– पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी वर्ष पर संगोष्ठी आयोजित
भिण्ड, 25 सितम्बर। पं. दीनदयाल जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र समाज सेवा कार्यकर्ता निर्माण एवं गरीब अंत्योदय की विचारधारा को लेकर पूर्ण रूप से समर्पित रहा, जिन्होंने बाल काल से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बनकर भारतीय जनता पार्टी के संगठन को अंतिम छोड़ तक के व्यक्ति तक मजबूत करते हुए संगठन का वटवृक्ष तैयार किया। यह बात ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाहा ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कही।
सांसद कुशवाहा ने कहा कि पं. दीनदयाल जी भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद नामक विचारधारा दी। वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे। राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी। उन्होंने हिन्दी और अंग्रेजी भाषाओं में कई लेख लिखे, जो विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। सांसद कुशवाहा ने कहा किपंडित दीनदयाल उपाध्याय का व्यक्तित्व बहुआयामी था। दीनदयाल उपध्याय केवल राजनेता ही नहीं ,बल्कि उच्च कोटि के विचारक ,लेखक एवं साहित्यकार भी थे।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया ने कहा कि पं. दीनदयाल जी का संपूर्ण जीवन समाजसेवा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित था। जिन्होंने अल्प आयु से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बनकर संगठन को मजबूती प्रदान की। उसके बाद उन्होंने भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के संगठन के वटवृक्ष को पूरे देष में मजबूती के साथ खड़ा किया। आज हम सब कार्यकार्त पं. दीनदयाल जी की जयंती पर संकल्प लेकर अपने-अपने बूथों पर संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे।
विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय व्यक्ति नहीं वह विचारक, राष्ट्रवादी और एकात्म मानव वाद के प्रणेता थे। उनका व्यक्तित्व हमेषा सेवा भाव के प्रति संकल्पित रहा। हम सब कार्यकर्ता दीनदयाल जी के व्यक्तित्व पर संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे। पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय का जन्म साधारण परिवार में हुआ। वे ऐसे व्यक्तित्व बने, जिन्होंने गरीब कल्याण के लिए हमेषा चिंता की और अपनी प्रतिभा के धनी थे। जिला पंचायत अध्यक्ष कामना भदौरिया ने संगोष्ठी में कहा कि पं. दीनदयाल जी के जीवन से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। वह संगठन रूपी वटवृक्ष थे और राष्ट्र, संस्कृति और सनातन के लिए हम सबको अपनी प्रेरणा देते रहे। ऐसे व्यक्तित्व को मैं उनके चरणों में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।
संगोष्ठी का संचालन जिला महामंत्री मनोज अनंत एवं आभार व्यक्त जिला उपाध्यक्ष सुधा राठौर ने किया। इस अवसर पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजीव कांकर, मायाराम शर्मा एडवोकेट, डॉ. रमेश दुबे, शैलेन्द्र सिंह राजावत, कृष्णकांता तोमर, पूर्व जिला अध्यक्ष केषव सिंह भदौरिया, रविसेन जैन, राजेन्द्र शर्मा राजे, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष आभा जैन मंचासीन थीं।