भिण्ड, 26 जुलाई। इस महंगाई के युग में आम नागरिकों को एक घर बनबाने में उसके जीवन भर की कमाई खर्च हो जाती है। लेकिन मध्य प्रदेश शासन जल संसाधन विभाग द्वारा आलमपुर में बिजली घर के पास बनवाया गया कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम गृह पिछले कई वर्षों से लावारिस हालत में पडा हुआ है। इस सरकारी भवन की कोई देख रेख करने वाला कोई नहीं है। देख-रेख के अभाव में उक्त भवन जर्जर होता जा रहा है।
कृषक प्रशिक्षण भवन सह विश्राम गृह के अंदर सौचालय के गड्ढे पर चढे सभी पत्थरों, कमरे में लगे दरवाजे तथा बोरबेल से पानी सप्लाई के लिए लगे पाइप असमाजिक तत्वों ने तोड दिए हैं। इसके अलावा समूचे परिसर में खरपतवार पैदा हो गया है। खास बात तो यह है कि कई वर्षों से इस सरकारी भवन की साफ सफाई और पुताई तक नहीं हुई है। यहां तक कि भवन की देख-रेख करने के लिए कोई जिम्मेदार कर्मचारी मौजूद नहीं रहता है। इस सरकारी भवन के परिसर में अक्सर शराबियों तथा असमाजिक तत्वों का जमावडा लगा रहता है और इस सरकारी भवन में कई प्रकार की गतिविधियां चलती है। लाखों रुपए की लागत से निर्मित इस भवन की कोई अधिकारी सुध नहीं ले रहा है। यदि शासन-प्रशासन इस भवन को अन्य किसी सरकारी संस्था के सुपुर्द कर दे तो इस भवन का सदुपयोग होता रहेगा। अन्यथा यह भवन एक दिन पूरी तरह से जर्जर होकर धराशायी हो जाएगा।