बम गिरने से बिल्डिंग हुई ध्वस्त, फंसे हुए बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला

– सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन, हवाई हमले से बचाव का किया अभ्यास

ग्वालियर, 07 मई। भारत सरकार केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को शाम नगर के पुराना थाना परिसर में नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशासन की टीम ने क्षतिग्रस्त होने पर निकाय द्वारा जमींदोज कराई पुराने थाने की बिल्डिंग में बम गिरने की स्थिति में फंसे लोगों और बच्चों को बिल्डिंग के मलबे के बीच फसे होने पर रेस्क्यू किया। इस दौरान एसडीएम संजीव कुमार जैन, एसडीओपी जितेन्द्र नगाइच, जनपद सीईओ एलएन पिप्पल, तहसीलदार धीरज सिंह परिहार, डॉ. राहुल गांधी, थाना प्रभारी हितेन्द्र राठौर, सीएमओ महेश चंद्र जाटव, बीआरसीसी नरहरि मिश्रा के अलावा नगर की कई सामाजिक संस्थाओं के स्वयंसेवक उपस्थित थे।
इस दौरान अनुभाग के सभी थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी और पुलिस बल के साथ ही फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और सिविल डिफेंस के अधिकारी और जवान मौजूद रहे। रात्रि साढे 7 बजे ब्लैकआउट का अभ्यास भी किया गया। जिसमें नागरिकों को एयर स्ट्राइक के दौरान किस प्रकार अपनी सुरक्षा की जा सकती है। जिसके संबंध में बताते हुए 12 मिनट के लिए जहां के कहां लोग और उनके वाहनों के पहिए थम गए।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व प्रशासन द्वारा सभी आम नागरिकों से अपील की गई थी। कि बिना भय के प्रशासन का होने वाले मॉक ड्रिल में सहयोग करें, अफवाह से दूर रहे और सायरन के संकेत का पालन कर अभ्यास को सफल बनाएं। वहीं मॉक ड्रिल के दौरान एसडीएम जैन ने नगर के अलावा संपूर्ण क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा कि भूकंप एवं युद्ध जैसी आपात की स्थिति उत्पन्न होने पर हमें इसी प्रकार अपनी और अन्य लोगों की मदद और सुरक्षा करना है। इस दौरान 12 मिनट के लिए किए गए ब्लैक आउट के दौरान जहां सडकों पर वाहनों के पहिए थमे दिखाई दिए तो वही चारों तरफ अंधेरा छाया रहा जिससे कई लोग जो मॉक ड्रिल के ब्लैक आउट से अनभिज्ञ वह लोगों से जानने में जुटे रहे। इस दौरान 7:30 बजे से 7:42 बजे तक 12 मिनट के चले ब्लैकआउट के दौरान सडक पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जैसे ही सायरन बजा वैसे ही सभी वाहन चालक अपने वाहनों से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।