बढ़ते हुए तापमान को ध्यान में रख कर जिले में स्कूलों का समय बदला

ग्वालियर, 31 मार्च। ग्रीष्म ऋतु के दौरान बढ़ते हुए तापमान को ध्यान में रखकर जिले में बच्चों के हित में स्कूलों के संचालन के समय में बदलाव किया गया है। कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने इस आशय का आदेश जारी कर दिया है।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार जिले में अब प्ले ग्रुप से दूसरी कक्षा तक के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसी तरह तीसरी से 12वीं तक की कक्षाएं 8 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक संचालित होंगीं। परीक्षाएं यथावत संचालित रहेंगीं। यह आदेश एक अप्रैल से प्रभावशील होगा और जिले की सभी शासकीय-अशासकीय और अनुदान प्राप्त शालाओं पर लागू होगा।
ग्वालियर प्रयोगशाला के नए प्रयोग
मप्र का ग्वालियर महानगर अधिकारियों के लिए प्रयोगशाला ही बना हुआ है। चाहे बात यातायात की हो या शिक्षा विभाग की। ग्वालियर में अधिकारी नित नए प्रयोग कर रहे है। इतना ही नहीं शिक्षा विभाग ने बच्चों के लिए नए आदेश जारी किए है। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर अंचल में गर्मी का प्रकोप चरम पर होता है। ग्वालियर चंबल अंचल में सुबह से ही सूरज अपने तेवर दिखाने लगता है। ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चे जब एक बजे स्कूल से वापस लौटेंगे उस समय सूरज की तपिश चरम पर होगी और बच्चे हीट स्ट्रोक का शिकार बन सकते है। लेकिन अधिकारी तो अधिकारी है वह स्कूल बंद करने की तो नहीं कह रहे वहीं आदेश जारी कर बच्चों को गर्मी में हीट स्ट्रोक का शिकार बनाने पर तुले है। ज्ञातव्य है कि अधिकारियों के बच्चे तो एसी कारों में बैठकर स्कूल जाते है और वापसी भी एसी की कारों से करेंगे उन्हें तो गर्मी का एहसास होगा नहीं लेकिन आम जन के बच्चे जो स्कूली बसों आटो आदि से स्कूल जाकर गर्मी में वापस लौटेंगे तो उन बच्चों का क्या होगा यह नहीं सोच रहे है। उन्हें तो स्कूल संचालकों से पैसा वसूल कर स्कूल को लगातार संचालित करवाना है। इसके लिए चाहे बच्चे बीमार हों या हीट स्ट्रोक का शिकार ही क्यू ना बनें।