दिव्यांग बच्चों के संस्थान में मनाया वल्र्ड डाउन सिंड्रोम डे

भिण्ड, 22 मार्च। राष्ट्रीय न्यास की पंजीकृत संस्था महिला बाल विकास समिति भिण्ड द्वारा दिव्यांग बच्चों के संस्थान में वल्र्ड डाउन सिंड्रोम जागरूकता दिवस मनाया गया। यह दिवस हर वर्ष 21 मार्च को संस्थान में मनाया जाता रहा है।
विशेषज्ञों ने बताया कि डाउन सिंड्रोम एक अनुवांशिक स्थित है जो संज्ञानात्मक और शारीरिक विकृति को प्रभावित करती है, डाउन सिंड्रोम से ग्रसित बच्चों को मंगोलियन के नाम से भी जाना जाता है, आज के दिन डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति और समर्थन को बढावा देना है, समाज में उनके प्रति जागरूकता लाना है और उनके अधिकारों को संरक्षित करना है। डाउन सिंड्रोम एक अनुवांशिक विकार है, इसके कुछ लक्षण हैं ऐसे बच्चों की कर कटी छोटी होती है हाथ की गड्डियां सपाट होती हैं, मानसिक विकार में अवरोध उत्पन्न होता है, यदि समय पर पहचान कर ली जाए तो उनके अंदर विकास किया जा सकता है।
संस्थान के संचालक शिवभान सिंह राठौड ने बताया कि संस्थान में कई डाउन सिंड्रोम बच्चे हैं, दिवस देखभाल केन्द्र के अंतर्गत उनके अंदर विकास हुआ है। कार्यक्रम के दौरान बच्चे और उनके अभिभावकों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर भारत तिब्बत सहयोग मंच के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्पित मुदगल ने बच्चों का उत्साह वर्धन किया। इस दौरान सतेन्द्र सिंह राजावत उपस्थित रहे। फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. कौशलेन्द्र शर्मा, राघव सिंह, देवकी, उमेश शर्मा, राहुल बाजपेई, काउंसलर प्रतीक्षा भदौरिया एवं बच्चों के साथ मिलकर संस्थान में वल्र्ड डाउन सिंड्रोम डे मनाया गया। साथ ही बच्चों को मिष्ठान वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया।