कोहरे के कारण होने लगा कडाके की सर्दी का अहसास, जनजीवन अस्त व्यस्त

भिण्ड, 26 दिसम्बर। इस समय आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में जबरदस्त कोहरा पड रहा। घने कोहरा के कारण वाहन चालकों को दिन में वाहनों की हैडलाइटें जलाकर अपने अपने वाहन चलाना पड रहे हैं। यही नहीं लोगों को दोपहर 12 बजे के बाद भगवान भास्कर के दर्शन हो रहे हैं। घना कोहरा और सर्द हवाओं के चलते सभी उम्र दराज के लोगों को कडाके की सर्दी का अहसास होने लगा है। कडाके की सर्दी के चलते लोग दिनभर गर्म कपडे पहने नजर आ रहे हैं। तो वहीं लोग आग का सहारा लेकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश में लगे हुए हैं। अत्यधिक सर्दी से एक तरह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

आलमपुर क्षेत्र में पड रही कडाके की सर्दी का असर सर्वाधिक बच्चों और बुजुर्गों पर पड रहा है। सर्दी के कारण बच्चें एवं बुजुर्ग सर्दी, जुकाम, खांसी से पीडित हैं। यदि नगर के सरकारी अस्पताल एवं प्राइवेट चिकित्सकों के यहां देखा जाए तो अनेक बच्चें एवं बुजुर्ग व्यक्ति इन मौसमी बीमारियों का इलाज कराते दिखाई देंगे। इसके अलावा भीषण सर्दी में नगर में आवारा रूप से विचरण करने वाली गाये और गौवंश का भी बहुत बुरा हाल है। आलमपुर नगर में आवारा रूप से विचरण करने बाले सैकडों गौवंश खुले आसमान की इस जबरदस्त सर्दी में थरथर कांपते फिर रहे है। किन्तु इन बेजुबान गाये और गौवंश की कोई सुध नहीं ले रहा है। अत्यधिक सर्दी से वह किसान भी सबसे ज्यादा परेशान है। जो रात्रि के समय खुले आसमान के नीचे रहकर आवारा पशुओं से अपनी फसल की रखवाली कर रहे है।
नगर परिषद ने अभी तक नहीं जलवाए अलाव
कोहरा के चलते इन दिनों आलमपुर नगर भीषण सर्दी की चपेट में है। लेकिन नगर परिषद द्वारा आलमपुर बाजार एवं सार्वजनिक स्थलों पर अभी तक अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की गई। फलस्वरूप इस भीषण सर्दी में लोग इधर उधर से कूडा कचरा बीनकर उसे जलाकर हाथ पैर सेंक कर सर्दी से राहत पाने की कोशिश करते दिखाई देते हैं। आखिर नगर परिषद अधिकारी आलमपुर बाजार एवं सार्वजनिक स्थानों पर कब अलाव जलवाएगी। नगर के व्यापारियों तथा आम नागरिकों ने जिला प्रशासन से भीषण सर्दी को देखते हुए जल्द से जल्द आलमपुर बाजार एवं सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलबाने की मांग की है।
बच्चों को कोचिंग पढने के लिए तडके सुबह बुलाया जा रहा
इस समय समूचा आलमपुर क्षेत्र भीषण सर्दी के दौर से गुजर रहा है। ऐसी स्थिति में भी आलमपुर नगर के कोचिंग सेंटर संचालक आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अपने कोचिंग सेंटरों पर तडके सुबह पांच-छह बजे बुलाकर कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। इन कोचिंग सेंटर संचालकों को सर्दी के मौसम को देखते हुए न तो बच्चों को होने वाली परेशानी की फिक्र है और न ही बच्चों की सेहत पर पडने वाले असर की चिंत है। उन्हें तो सिर्फ अपनी कमाई से मतलब है। बच्चों की परेशानी को देखते हुए जिला प्रशासन को इस ओर जल्द ही ध्यान आकर्षित कर कार्रवाई करना चाहिए।