भिण्ड, 01 नवम्बर। भिण्ड जिले में सुहागिन महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत उत्सव विधि विधान से मनाया। भारतीय सनातन संस्कृति की परंपरा के अनुसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। जिसमें महिला सत्संग मण्डल की संयोजिका महिमा चौहान ने सामूहिक रूप मातृशक्ति के साथ मनाया।
भगवाताचार्य पं. कुलदीप शास्त्री के अनुसार इस साल यह व्रत एक नवंबर दिन बुधवार को होने से विशेष महत्वकारी है, क्योंकि चतुर्थी व बुधवार का एक साथ संयोग है, यह तिथि व दिन दोनों ही प्रथम पूज्य गणेशजी के पूजन के लिए विशेष शुभ माने जाते हैं, सुहागिन महिलाओं के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण वृत उत्सव है। महिला सत्संग मण्डल की संयोजिका महिमा चौहान ने बताया कि करवा चौथ का दिन सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए ये व्रत रखती हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलाह श्रृंगार कर अपनी पति की लंबी उम्र के लिए ये व्रत करती हैं और रात में चंद्रमा को जल देकर अपने व्रत को खोलती है। करवा चौथ का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन की तैयारी महिलाएं बहुत पहले से शुरू कर देती हैं, दीपावली उत्सव से पहले पडने वाले इस वृत के लिए पूरे बाजार में रौनक आ जाती है, जगह-जगह करवा व सींख बेचने के स्टाल लग जाते हैं।