ग्वालियर, 05 जुलाई। सच्चे देशभक्त और भारत माता के उपासक सूबेदार अजय कुमार जोशी उर्फ छोटू भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने घर लौटे। तो शताब्दीपुरम दीनदयाल नगर ग्वालियर में सुबह चल समारोह में अजय कुमार ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कार्यक्रम में भाग लिया, जो नागरिक जीवन में भी भारत माता की सेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस कार्यक्रम को जय हिन्द, वंदे मातरम, भारत माता की जय और जय जय श्रीराम के गगनभेदी नारों के साथ चिन्हित किया गया था, क्योंकि अजय कुमार ने प्रतिष्ठित प्रतिमा के सामने झुककर राष्ट्र के प्रति अपने समर्पण का वादा किया था, 26 वर्षों तक भारतीय सेना की अनुकरणीय सेवा करने के बाद अजय कुमार की मातृभूमि के प्रति समर्पण और उनकी अटूट भावना कई लोगों के लिए प्रेरणा रही है। पं. दीन दयाल उपाध्याय को श्रृद्धांजलि देने का उनका निर्णय सैन्य सेवा से परे है, जो भी क्षमता हो, राष्ट्र की सेवा करने के लिए उनकी निरंतर तत्परता का प्रतीक है। हमारे महान राष्ट्र के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अजय कुमार का समर्पण और प्रतिबद्धता उनकी नि:स्वार्थता और देश के प्रति प्रेम का प्रमाण है।
जैसे ही वह अपने जीवन के इस नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं, पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वारा पोषित आदर्शों के प्रति अजय कुमार की श्रृद्धा नि:संदेह उनके भविष्य के प्रयासों में उनका मार्गदर्शन करेगी। सेना से उनकी सेवानिवृत्ति कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है, क्योंकि उन्होंने विभिन्न तरीकों से हमारे देश की प्रगति और विकास में योगदान देने के अवसरों को स्वीकार किया है। बलिदान, बहादुरी और अटूट देशभक्ति से भरी अजय कुमार की उल्लेखनीय यात्रा हमारे देश के इतिहास में हमेशा अंकित रहेगी। वर्दी और एक नागरिक दोनों के रूप में कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करता रहेगा। शताब्दीपुरम, दीनदयाल नगर के लोग और पूरा देश उनकी असाधारण सेवा के लिए सूबेदार अजय कुमार के प्रति आभार व्यक्त करता है और उनकी पूर्ण और आनंदमय सेवानिवृत्ति की कामना करता है।