सदर विधायक के प्रयास से अध्यक्ष के आवेदन पर अज्ञातों के विरुद्ध हुआ मामला दर्ज
लगभग नौ घण्टे बाद बना पुलिस पर दवाब
भिण्ड, 17 मार्च। गत गुरुवार को भिण्ड जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और सीईओ को बीच हुई तू-तू मैं-मैं बात इतनी बढ़ गई कि मामला थाने तक पहुंच गया। जिसमें पुलिस ने फरियादिया जनपद सीईओ सुनीता शर्मा के आवेदन पर भाजपा जनपद उपाध्यक्ष शिवांकर भदौरिया उर्फ मयूर पर देर रात्रि धारा 353, 294, 506 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया था।
प्रकरण दर्ज होने के बाद शुक्रवार को जनपद अध्यक्ष सरोज बघेल व भाजपा नेताओं ने सुबह सैकड़ों समर्थकों के साथ शहर कोतवाली का घेराव कर दिया। घण्टों मशक्कत के बाद सुनवाई ना होने पर अपने समर्थकों के साथ सरोज बघेल को मजबूरन कोतवाली परिसर में धरने पर बैठना पड़ा। धरने की खबर मिलते ही सदर विधायक संजीव सिंह भी कोतवाली पहुंचे और आला अधिकारियों से बात चीत की। लेकिन पुलिस ने फिर भी मामला दर्ज करने से इन्कार कर दिया। अंतोगत्वा भीड़ आक्रोशित हो गई और नेशनल हाईवे पर गुजरने वाले वाहनों को रोक दिया। जाम की स्थिति को देख पुलिस ने मामले को सम्हाला और मामला दर्ज करने के लिए कुछ वक्त मांगा। काफी गहन मंथन के बाद रात आठ बजकर छह मिनट पर चार-पांच बंदूकधारी और दो अज्ञात के विरुद्ध 294, 506, 188, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध करना ही पड़ा।
पुलिसिया कार्रवाई पर लगा प्रश्न चिन्ह
यहां सोचने वाली बात ये है कि पुलिस को मामला दर्ज करने में इतना वक्त क्यों लगा, क्या पुलिस पर किसी राजनेता का दबाव था या फिर जनपद अध्यक्ष की कहानी मनगढ़ंत थी। सुबह 11 बजे से रात्रि आठ बजे तक पुलिस किस उधेड़ बुन में लगी रही। जन चर्चा की माने तो लोगों का यह भी कहना है कि जनपद अध्यक्ष की तरफ से उक्त मामला पुलिस ने दवाब में आकर दर्ज किया है।