भिण्ड, 22 दिसम्बर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में श्रमिकों को प्रतिमाह वेतन न देकर मजदूरी मांगने पर प्रबंधक धमकी दे रहे हैं। इसी तरह की घटना बुधवार से देखने को मिल रही है, जिसमें मजदूरों ने फैक्ट्री प्रबंधक के खिलाफ मंगलवार की शाम तक वेतन न मिलने पर कारखाना गेट पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी, वेतन नहीं मिलने पर बुधवार से नारेबाजी करना शुरू कर दिया है, अपना वेतन लेने के लिए फिर भी प्रबंधक के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। उद्योग क्षेत्र में गरीब मजदूरों का खुलेआम शोषण देखने को मिल रहा है, इस बढ़ती महंगाई में भी प्रबंधक को श्रमिकों पर तरस नहीं आता है कि एक गरीब मजदूर अपने परिवार के भरण पोषण के लिए सुबह घर से निकलता है, अपने परिवार को खुशहाल रखने के लिए पैसा कमा के लाए, परंतु उद्योगपतियों एवं ठेकेदारों द्वारा पीएफ व ईएसआई का लाभ मिलना तो दूर, अब तो इनकी मेहनत व मजदूरी का पैसा भी समय पर नहीं दिया जाता है।
जब इस संबंध में कारखाना गेट पर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी का नेतृत्व करने वाले श्रमिक राजाराम जाटव से चर्चा की तो उसने बताया कि हम मजदूर लोग केमोसिस बेवरेज फूड्स प्राइवेट लिमिटेड मालनपुर में आठ वर्ष से काम कर रहे हैं, जहां कभी भी शासन के नियमानुसार वेतन समय पर नहीं दिया गया। तत्पश्चात 10 दिसंबर को श्रम पदाधिकारी को आवेदन दिया, वेतन लेने के लिए जिस पर फैक्ट्री प्रबंधक सुधा भटनागर ने 15 दिसंबर को भुगतान करने का आश्वासन दिया और उसके बाद 19 दिसंबर का वादा किया गया, फिर भी 20 दिसंबर तक भुगतान न करने पर श्रमिकों ने शाम तक वेतन न मिलने के कारण 21 दिसंबर से कारखाने के गेट पर धरना प्रदर्शन नारेबाजी की। गेट मीटिंग करने की सूचना थाना प्रभारी विनोद विनायक करकरे एवं श्रम पदाधिकारी मालनपुर को दी जा चुकी है। उसके पश्चात कारखाना गेट के सामने नारेबाजी शुरू कर दी गई है।
ज्ञात रहे कि इस फैक्ट्री में पानी पाउच, पानी बोतल भरने का काम किया जाता है, इस तरह इस उद्योग क्षेत्र में श्रमिकों के साथ खुलेआम श्रम कानूनों का उल्लंघन प्रबंधक कर रहे हैं, परंतु कोई वरिष्ठ अधिकारी गरीब मजदूरों की सुनने वाला कोई नहीं है। मजदूरों की लड़ाई लडऩे वाली सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू ने मोर्चा सम्हाला है। देखना है कि कब तक श्रमिकों का वेतन दिया जाता है। गेट पर नारेबाजी करने वालों में हरगोविंद जाटव, वीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, श्रीलाल माहोर, रामगोपाल बाल्मीक, राजाराम जाटव, रामगोपाल जाटव, दीपक कुमार, शाहरुख खान, सोनू सगर, सूरज शिवचरण, रामअवतार आदि प्रमुख थे।