पठान फिल्म के विवाद पर सेंसर बोर्ड दोषी : सौम्या शर्मा

भिण्ड, 18 दिसम्बर। मप्र कांंग्रेस खेल प्रकोष्ठ की प्रदेश सचिव एडवोकेट सौम्या शर्मा फिल्म पठान को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि पठान फिल्म के गीत बेशर्म रंग पर इतना हंगामा मच रहा है, दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान को दोष दिया जा रहा है। पर मेरा सवाल बीजेपी में बैठे लोगों से है कि फिल्मों को सेंसर बोर्ड से हरी झण्डी मिलने के बाद ही उसको रिलीज किया जाता है और सेंसर बोर्ड बीजेपी सरकार के हाथ में है, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी हैं, जिनकी नियुक्ति भी बीजेपी सरकार द्वारा की गई और प्रसून जोशी कोई आम आदमी तो है नहीं, वो एक लेखक, पटकथा लेखक, कवि, गीतकार है, तो इतने ज्ञानवान होने के बाद उन्होंने इस गाने को पास कैसे किया। इतने सारे हंगामा के लिए और लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है। बीजेपी सरकार द्वारा प्रसून जोशी जो अध्यक्ष है सेंसर बोर्ड के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि बीजेपी को किसी महिला को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है। जो भी कार्रवाई बीजेपी को करनी चाहिए सेंसर बोर्ड अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ करनी चाहिए, डायरेक्टर के खिलाफ करनी चाहिए। ऐक्टर तो डायरेक्टर के हिसाब से चलते हैं, इसलिए बीजेपी द्वारा एक महिला को इसके लिए जिम्मेदार ठहरना, भला-बुरा बोलना उसका विरोध शोभा नहीं देता। बीजेपी को तुरंत सेसंर बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए, जो बिना देखे फिल्मों को हरी झण्डी देकर पास कर देते हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है। बीजेपी को हो-हल्ला करने की जगह सेंसर बोर्ड पर कार्रवाई करनी चाहिए और महिला एक्टर को टारगेट नहीं करना चाहिए। एक महिला एक्टर को भला बुरा कहने की जगह बीजेपी को तुरंत सेंसर बोर्ड अध्यक्ष के खिलाफ एक्शन लेने की जरूरत है, ऐसे गैरजिम्मेदार अध्यक्ष को तुरंत हटाना चाहिए, जिसकी गलती के चलते सामाजिक सौहार्द खराब हो रहा है।