नन्हीं परी आने पर परिवार में छाई खुशी, ढोल नगाड़ों के साथ कराया गृह प्रवेश

भिण्ड, 18 दिसम्बर। एक समय था लड़की के जन्म पर घरों में मातम सा छा जाता था, लोग लड़कियों को बोझ समझते थे, लेकिन समय का बदलाव ऐसा आया कि अब लड़कियों के जन्म पर खुशियां मनाते हैं, नवजात के गृह प्रवेश को उत्सव की तरह मनाते हैं। कुछ समाजसेवी संस्थाओं ने इसकी शुरुआत की थी और आज बदलाव भी देखने को मिल रहा है। लोगों की सोच बदली और बच्चियों के जन्म पर लोग खुशियां मनाने लगे, हम बात कर रहे हैं जिले के चौकी गांव की, जहां रहने वाले हरिश्चन्द्र बौहरे की पुत्रवधू श्रीमती रेनू पत्नी राहुल बौहरे ने 14 दिसंबर को जिला चिकित्सालय में पहली संतान के रूप एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के जन्म की खबर लगते ही बौहरे परिवार में खुशी का माहौल बन गया और नवजात का धूमधाम से गृह प्रवेश कराने की तैयारियों में जुट गए।
गत शुक्रवार को नवजात कन्या और श्रीमती रेनू बौहरे को जिला चिकित्सालय से गृह गांव चौकी लाया गया, जहां परिजनों ने ढोल नगाड़ों के साथ कन्या पूजन कर जच्चा-बच्चा का स्वागत कर गृह प्रवेश कराया। नवजात के दादा हरिश्चन्द्र बौहरे ने कहा कि बेटी के पैदा होने पर कई लोग अपने परिजनों को बताने में शर्माते हैं और खुशियां भी नहीं मनाते। लोगों को बेटी के जन्म पर गर्व महसूस हो, इसलिए हमारे परिवार ने बेटी का जन्मोत्सव खास अंदाज में मनाया। डॉक्टरों ने जब कहा कि वे मां-बेटी को अस्पताल से घर ले जा सकते हैं तो हमने अपने तरीके से अपनी नवजात नातिन का स्वागत किया और उसका गृह प्रवेश करवाया।