भिण्ड, 29 सितम्बर। पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन में बरोही थाना पुलिस एवं साइवर सेल द्वारा गुमराह कर फिंगर प्रिंट एवं अन्य जानकारी लेकर धोखाधड़ी कर लोगों के बैंक खातों से रुपए निकालने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार फरियादी कृपाल सिंह पुत्र गुंधारीलाल राठौर निवासी ग्राम पिड़ोरा ने थाना बरोही में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि उसका सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक भिण्ड में खाता है। उक्त बैंक एकाउण्ट में रुपए डले हुए थे तथा मेरे द्वारा कई काफी समय से बैंक खाता चैक नहीं किया गया था। जब जुलाई महीने में अपने खाते से रुपए निकालने के लिए बैंक में गया तो मेरे खाते में केवल 30 पैसे होना बताया गया। पास बुक में इंट्री कराने पर पता चला कि नौ अक्टूबर 2021 को दस-दस हजार रुपए करके 30 हजार रुपए, 10 अक्टूबर 2021 को 6930 रुपए, चार मार्च 2022 को दो हजार रुपए, 19 मई 2022 को 2047 रुपए एवं एक जून 2022 को दो हजार रुपए सहित कुल 42 हजार 977 रुपए निकाले गए है।
जानकारी करने पर शाखा प्रबंधक ने बताया कि तुम्हारे खाते में जो रुपए थे वह अंगूठा लगाकर निकाले गए हैं, तो मुझे याद आया कि आठ अक्टूबर 2021 को मैं पुरोहित ढाबा पर खाना खाकर सो गया था और मेरे साथ एक ऐतहार का लड़का था। मुझे संदेह हुआ कि उसने ही मेरा अंगूठा लगवाया है और मेरे खाते से रुपए निकाले हैं। शिकायत पर थाना बरोही में धारा 420 भादंवि के तहत अपराध क्र.122/22 कायम कर विवेचना में लिया गया। इसी प्रकार आरोपियों द्वारा लगभग सात-आठ माह पूर्व गोहद निवासी राकेश बाथम के साथ लॉन निकलवाने के नाम पर भी इसी प्रकार एमसील पर फिंगर प्रिंट तथा आधार कार्ड नंबर की जानकारी लेकर उसके बैंक खाते से लगभग एक लाख 20 हजार रुपए निकाल लिए गए थे, जिस पर से थाना गोहद में पृथक से धारा 420 भादंवि अपराध क्र.318/22 दर्ज किया गया था।
विवेचना के दौरान पुलिस ने फरियादी के बैंक खाता की जानकारी प्राप्त की, जिसमें अंगूठा लगाकर अंसार अली की आईडी से रुपए निकाला पाया गया। पूछताछ के दौरान अंसार अली ने बताया कि उसने पिछले साल अक्टूबर माह में अपने साथी संतोष बाल्मीकि और मनोज बघेल के साथ मिलकर कृपाल राठौर का सोते समय अंगूठे का फिंगर प्रिंट एमसील पर ले लिया था, फिर एमसील के ऊपर फेवीकॉल डालकर सुखाकर अंगूठे का फिंगर प्रिंट क्लोन तैयार कर लिया तथा उसके फोन से आधार कार्ड नंबर भी ले लिया था, फिर मंैने अपनी कियोस्क आईडी के माध्यम से थार-पे एप में लॉगिन कर फिंगर प्रिंट व आधार कार्ड नंबर का उपयोग कर कृपाल के बैंक खाते से रुपए निकाल लिए थे और कुछ रुपए आपस में बांट लिए गए थे तथा बचे हुए रुपयों से बुलेट मोटर साइकिल भी खरीद ली थी। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि उनके द्वारा पूर्व में भी डबरा, ग्वालियर, गोहद आदि जगहों पर भी लोन दिलाने के नाम पर लोगों के आधार कार्ड एवं फिंगर प्रिंट लेकर खातों से रुपए निकाले गए। यह आदतन अपराधी ग्रामीण इलाकों में दोपहर के समय अकेली ग्रामीण महिलाओं को शासकीय योजनाओं का लाभ एवं रुपए दिलाने के नाम से एमसील पर फिंगर पिं्रट, आधार कार्ड आदि जानकारी एकत्रित कर ठगी का काम किया करते थे।
गिरफ्तार आरोपी
अंसार अली पुत्र फुंदन अली निवासी ऐतहार थाना बरोही जिला भिण्ड, संतोष पुत्र हरीराम बाल्मीकि निवासी ग्राम बीजकपुरा थाना भितरवार जिला ग्वालियर एवं मनोज बघेल पुत्र स्तीराम बघेल निवासी खोडऩ का डेरा थाना देहात डबरा जिला ग्वालियर हैं।
जब्तशुदा सामान
फिंगर प्रिंट मशीन, एंड्रॉईड मोबाईल, नगद 4500 रुपए, एमसील पांच नग, फैवीकॉल एक डिब्बी, एक बुलेट मोटर साइकिल
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी बरोही उपनिरीक्षक बृजमोहन भदौरिया, सायबर सेल उपनिरीक्षक दीपेन्द्र यादव, उपनिरीक्षक शिवप्रताप राजावत, वैभव तोमर, सउनि सत्यवीर सिंह, प्रमोद पाराशर, महेश कुमार, सतेन्द्र यादव, आनंद दीक्षित, यतेन्द्र राजावत, राहुल यादव, हरपाल चौहान, अभिमन्यू तोमर एवं शेरसिंह की सराहनीय भूमिका रही है।
पुलिस ने आमजन से की अपील
भिण्ड पुलिस आमजन से अपील करती है कि किसी भी अंजान व्यक्तियों द्वारा लॉन निकवाने, राशनकार्ड बनवाने बैक केवायसी एवं शासकीय योजनाओं का रुपया दिलवाने के नाम पर, अपनी आधारकार्ड बैंक की जानकारी व अपने अंगूठे का निशान अनाधिकृत व्यक्ति को ना दें।