मुक्तिधाम न होने की वजह से खेतों में अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं ग्रामीण
भिण्ड, 23 सितम्बर। अटेर जनपद की मनेपुरा पंचायत अंतर्गत ग्राम दतावली में आज दिनांक तक मुक्तिधाम नहीं बन पाया है, जिससे ग्रामीणों को मजबूरी में अपने ही खेतों पर अंतिम संस्कार करना पड़ता है, ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए दतावली निवासी रिटायर्ड शिक्षक रमेश पाठक ने कलेक्टर को आवेदन देकर गांव में मुक्तिधाम निर्माण और तालाब का गहरीकरण कराए जाने की मांग की है।
कलेक्टर को दिए आवेदन में पाठक ने बताया कि गांव में मुक्तिधाम के लिए जो शासकीय जमीन स्वीकृति थी उस जगह को गांव के ही निवासी रामजीलाल ने जमींदारी प्रथा के दौरान अपने नाम करवा ली थी। जिस कारण गांव में आज तक मुक्तिधाम निर्माण नहीं हो पाया। इस वजह से ग्रामीणों को अपने मृत परिजनों का अंतिम संस्कार खेतों में करना पड़ता है। वहीं बारिश के समय में स्थिती बहुत खराब हो जाती है, तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करना पड़ता है। उन्होंने आवेदन में जानकारी देते हुए बताया है कि गांव में एक तालाब है जिसका कई वर्षों से गहरीकरण नहीं हुआ है, जिसकी वजह से तालाब में मिट्टी भरी हुई है। पाठक ने तालाब का गहरीकरण कराए जाने की मांग भी की है।
इनका कहना है-
मैंने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए गांव में तालाब का गहरीकरण और सबसे प्रमुख समस्या मुक्तिधाम बनाए जाने की कलेक्टर से मांग की है। उम्मीद है कि कलेक्टर ग्रामवासियों की मुक्तिधाम की समस्या से जल्द निजात दिलाएंगे।
रमेश पाठक, निवासी दतावली