भिण्ड, 15 अक्टूबर। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड केएस बारिया के मार्गदर्शन में बुधवार को रॉयल किड्स एकेडमी स्कूल भिण्ड में आदिवासियों के अधिकारों का संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवाएं योजना, 2015 के आलोक में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भिण्ड निधि नीलेश श्रीवास्तव एवं सचिव जिला प्राधिकरण भिण्ड अनुभूति गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं उपस्थिजन को आदिवासियों के अधिकारों का संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवाएं योजना, 2015 के आलोक में अनुसूचित जाति के विधिक अधिकारों तथा शासन की योजनाओं का लाभ प्रदाय किए जाने के संबंध में एवं शासन द्वारा आपदा पीड़ितों के लिए जो जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है उनके बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी गई एवं बच्चों को विभिन्न प्रकार के सामान्य कानूनी नियमों के बारे में भी अवगत कराया तथा बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का बहुत ही सरल एवं सहज भाषा में उत्तर दिया।
इसी क्रम में मध्यस्थता के लाभ एवं मध्यस्थता की वर्तमान में आवश्यकता विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से परिवारों को टूटने से बचाया जा सकता है तथा पक्षकारों के मध्य सामंजस्य स्थापित कर विवाद का निपटारा किया जा सकता है। वर्तमान समय में मध्यस्थता न्याय प्रक्रिया की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसकी अनुपस्थिति में विवादों का निपटारा सुलभ और मैत्रीपूर्ण तरीके से हो पाना असंभव है। अत: मध्यस्थता प्रक्रिया को अधिक से अधिक मामलों में अपनाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में चीफ एलएडीसी भिण्ड हनुमंत बौहरे, विद्यालय के प्राचार्य सोनू तोमर एवं मनोज जोशी एवं अध्यापकगण, छात्र-छात्राए एवं पीएलव्ही भिण्ड मनोज श्रीवास उपस्थित रहे।