अकोड़ा की जगह मीसा पंचायत को उपार्जन केन्द्र बनाया जाना नियमों के विपरीत : राहुल भारद्वाज

किसानों की परेशानी समझे प्रशासन, अकोड़ा उपार्जन केन्द्र को पुन: बहाल किया जाए

भिण्ड, 17 नवम्बर। बाजरा खरीदी के लिए बनाए गए उपार्जन केन्द्रों के बाद जिले के समाजसेवी भाजपा युवा नेता राहुल भारद्वाज ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि भिण्ड विधानसभा में अकोड़ा नगर परिषद एक बहुत बड़ा क्षेत्र है जहां अभी तक आस-पास के बहुत से गांवों के लोग सहजता से अकोड़ा उपार्जन केन्द्र पर अपनी फसल को तुलवाते आए हैं, लेकिन अचानक प्रशासन द्वारा अकोड़ा उपार्जन केन्द्र को खत्म कर अटेर क्षेत्र की मीसा पंचायत में उपार्जन केन्द्र बनाया जाना बिल्कुल ही समझ से परे है, सभी नियमों को धता बताते हुए प्रशासन ने ऐसा निर्णय कैसे लिया, ये वाकई विचारणीय है।
भाजपा युवा नेता राहुल भारद्वाज ने कहा कि कोई भी उपार्जन केन्द्र बनाने के लिए उस स्थान के कम से कम 100 किसान पंजीकृत होने चाहिए, तभी उपार्जन केन्द्र का निर्धारण किया जा सकता है, किन्तु मीसा पंचायत में महज 38 ही किसान पंजीकृत हैं जबकि अकोड़ा क्षेत्र में किसानों की पंजीयन संख्या 491 हैं, फिर भी अकोड़ा से उपार्जन केन्द्र हटा दिया गया, जोकि पूर्ण रूप से नियमानुसार गलत है, इस निर्णय से किसानों को कितनी परेशानी आएगी इसका अंदाजा शायद प्रशासन नहीं लगा पाया।
उन्होंने कहा कि विगत वर्ष अकोड़ा उपार्जन केन्द्र पर तकरीबन 28 हजार बोरी बाजरा की खरीदी की गई एवं लगभग 1100 के आस-पास किसानों ने अपनी फसल एमएसपी दर पर अकोड़ा उपार्जन केन्द्र पर दी, इस बार भी आस-पास के क्षेत्र में बहुतायत में किसानों ने बाजरा की फसल की है, क्षेत्र के किसानों के लिए अकोड़ा उपार्जन केन्द्र बेहद नजदीक सुलभ एवं किसानों की समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए बेहद अनुकूल है। ऐसे में अकोड़ा उपार्जन केन्द्र को समाप्त करने से क्षेत्र के किसानों को सात से नौ किमी दूर बियाबान क्षेत्र में उपार्जन के लिए जाना पड़ेगा। जिससे उन्हें भोजन, पानी, लोडिंग एवं आवागमन के साधन आदि प्रकार की भयानक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, विगत 10 सालों में अकोड़ा उपार्जन केन्द्र पर किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार या अनियमितता नहीं पाई गई, ऐसे में प्रशासन का ये निर्णय किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता।
राहुल भारद्वाज ने कहा कि निश्चित ही शीर्ष अधिकारियों को गुमराह किया गया है और उन्हें वास्तविकता से दूर रखा गया है, ऐसे में मैं जिला कलेक्टर से अनुरोध करता हूं कि अकोड़ा उपार्जन केन्द्र को पुन: बहाल किया जाए, ताकि केन्द्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश की शिवराज सरकार की किसान हितैषी नीतियों का परिपालन पूर्णनिष्ठा से हो सके।