हजारों वर्ष पुराने दिव्य शिवलिंगों के जीर्णोद्धार में आगे आएं : रामदास महाराज

वसुंधरा श्रृंगार युवा मण्डल की पहल पर ग्राम परियाया में शिवलिंग का रुद्राभिषेक कर मन्दिर के जीर्णोद्धार की रखी नींव

भिण्ड, 13 नवम्बर। वसुंधरा श्रृंगार युवा मण्डल के नेतृत्व में ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम परियाया में उपेक्षा के शिकार अद्भुत शिवलिंग का शनिवार भव्य महा रुद्राभिषेक किया गया और मन्दिर के जीर्णोद्धार की नींव राष्ट्रीय संतों के कर कमलों से रखी गई। कार्यक्रम में श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज दंदरौआ सरकार, श्रीश्री 1008 महंत शुभेन्द्र नारायण पुरीजी पत्ती वाले महाराज, पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी हरिद्वार श्रीश्री 1008 बाबा भिकारीदास महाराज, श्रीश्री 1008 बाबा अयोध्यादास महाराज, श्रीश्री 108 दयानंद सरस्वती महाराज, आध्यात्मिक भारती रक्षा मंच के अध्यक्ष रामप्रकाश तिवारी, युवा समाजसेवी नितिन दीक्षित के अलावा संत महात्मा एवं प्रबुद्धजन मौजूद रहे।


दंदरौआ सरकार श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज ने बताया कि यह बड़ा ही दिव्य स्थान है, यह शिवलिंग अतिप्राचीन होने के साथ-साथ सिद्ध शिवलिंग हैं, निश्चित ही यहां हजारों वर्षों पूर्व एक दिव्य स्थल हुआ करता होगा। यह स्थान पूरे क्षेत्र और देश के लिए गौरव का स्थान है। इस दिव्य स्थान को भव्य बनाने के लिए हम सभी आगे आएं, वहीं महाराज ने अध्यात्म के गूढ़ रहस्य बताए। श्री आदित्य पुरीजी महाराज पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी हरिद्वार ने वेद मंत्र उच्चारण के साथ महा रुद्राभिषेक संपन्न कराते हुए कहा कि इस दिव्य स्थान पर लगता है कि यहां सैकड़ों वर्ष पश्चात महा रुद्राभिषेक का आयोजन हुआ है, जिससे पुन: यह स्थान जागृत हुआ है। सभी ग्रामवासी संकल्प लें कि इसके आस-पास गंदगी न हो और इसके जीर्णोद्धार में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। शास्त्रों में बताया गया है कि नए मन्दिरों से पहले पुराने मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराना चाहिए, जो भगवान शिव की पुराने मन्दिरों का जीर्णोद्धार कराता है उस व्यक्ति का पितृ दोष समाप्त हो जाता है और हमारे पूर्वज उस व्यक्ति के परिवार पर अपार कृपा बरसाते हैं।
ग्रामवासी संतोष शर्मा ने इस दिव्य स्थान को भव्य बनाने के लिए क्षेत्रवासियों से आह्वान किया। वसुंधरा श्रंृगार युवा मण्डल के अध्यक्ष हरेकृष्ण शर्मा आजाद ने बताया यहां गुप्तकालीन अवशेष प्राप्त हुए है। ग्रामवासियों और संतों की उपस्थिति ने यह तय किया गया कि इस स्थान को गुप्तेश्वर महादेव के नाम से जाना जाएगा। कार्यक्रम के दौरान भगवान शिव पर 11 हजार बेलपत्र और शहद से चारों शिवलिंग पर एक साथ भव्य महा रुद्राभिषेक किया गया। कार्यक्रम के अंत में परिसर में पीपल, बरगद, बेलपत्र आदि दिव्य पौधों का रोपण किया गया। इस मौके पर मण्डल पदाधिकारी दीपक मिश्रा, कोषण नक्षत्र वाटिका प्रभारी विपिन सिंह भदौरिया, संतोष शर्मा, आशुतोष शर्मा, सोनू बघेल, राजबहादुर सिंह यादव, प्रेमसिंह यादव, शिवकांत शर्मा, अनिल कुमार शर्मा, राजयन यादव, राजाबाबू यादव, प्रमोद कुमार शर्मा, अभिषेक मिश्रा, अवधेश मिश्रा, अशोक मिश्रा, बाबूराम दीक्षित, सुभाष ओझा, मुकेश ओझा, सुंदरम ओझा, रोहित शाक्य, विपिन ओझा, भजनलाल दीपू आदि ग्राम वासियों का विशेष सहयोग रहा।