ग्वालियर, 22 मई। ऑपरेशन मुस्कार के तहत जिले की हजीरा थाना पुलिस ने अपहृत नाबालिग बालिका को गुजरात से दस्तयाब कर अपहरणकर्ता युवक को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के निर्देशानुसार ऑपरेशन मुस्कान के तहत ग्वालियर जिले में गुमशुदाना बालिग बालक/ बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। उक्त निर्देशों के परिपालन में एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी ने अपने अधीनस्थ सभी थाना प्रभारियों को थाना क्षेत्र से गुमशुदा नाबालिग बालक/ बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार हजीरा निवासी फरियादी ने थाने में शिकायत की थी कि उसकी बेटी उम्र करीब 17 साल गत 14 अप्रैल को शाम करीब चार बजे कोचिंग पढने गई थी, जो आज तक लौटकर घर नहीं आई है। मैंने उसकी तलाश अपने रिश्तेदारों के यहां की परंतु कुछ पता नहीं चला है। मुझे शक है कि कोई अज्ञात व्यक्ति मेरी बेटी को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है।
सीएसपी महाराजपुरा नागेन्द्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में उक्त गुमशुदा लडकी की दस्तयावी हेतु थाना प्रभारी हजीरा निरीक्षक शिवमंगल सिंह सेंगर ने थाना पुलिस की एक टीम गठित कर बालिका की दस्तयाबी हेतु लगाया। दौराने विवेचना पुलिस टीम ने रिश्तेदारों एवं संदेहियों से पूछताछ की एवं बालिका की पतारसी हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय किए। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को ज्ञात हुआ कि उक्त बालिका अहमदाबाद गुजरात में है। 19 मई को पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता के आधार पर मोती भुवन थाना सातेज गांधी नगर अहमदाबाद में बालिका की तलाश की तो उक्त अपहृता रोड पर दिखी, जिसे पुलिस टीम ने दस्तयाब किया। पुलिस टीम ने बालिका को दस्तयाब कर ग्वालियर लाई। 20 मई को अपहृता ने न्यायालय के समक्ष दिए कथनों के आधार पर उक्त प्रकरण में दुष्कर्म की धारा इजाफा कर 21 मई को पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर से सैयद बाबा की दरगाह के पास से अपहरणकर्ता युवक को पकड लिया। युवक ने पूछताछ में स्वयं को ग्राम सोनर थाना अमोला जिला शिवपुरी का रहने वाला बताया। युवक से उक्त प्रकरण के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर उसे अपराध क्र.148/25 धारा 137(2) बीएनएस, इजाफा धारा 87, 64(02)एम बीएनएस, पॉक्सो एक्ट में विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल दाखिल किया गया।
नाबालिग अपहृता को दस्तयाब कर आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी हजीरा निरीक्षक शिवमंगल सिंह सेंगर, उपनिरीक्षक संजेश भदौरिया, सउनि रामेन्द्र सेंगर, आरक्षक अरुण लोधी, दीपक शर्मा, भागीरथ गुर्जर, निधि तिवारी, रेनू शेनवार की सराहनीय भूमिका रही।