नंद के आनंद भयौ जय कन्हैया लाल की…

– मराठा बोर्डिंग में भागवत कथा के चौथे दिन मना श्रीकृष्ण जन्मोत्सव

ग्वालियर, 07 मई। मराठा बोर्डिंग में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन बुधवार को श्रीकृष्ण भगवान का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भयौ जय कन्हैया लाल की, यशौदा के लाला भयौ जय कन्हैया लाल की… की धुन पर श्रद्धालु श्रोता उत्सव मेंं जमकर नाचे। बधाई लुटाई गईं। बिस्कुट, चॉकलेट और खिलोने लूटने के लिए बुर्जुग भी भाव विभोर होकर बच्चे बन गए। इस मौके पर कथा पांडाल को रंग-बिरंगे गुब्वारों से सजाया गया और भगवान श्रीकृष्ण की सुंदर झांकी सजाई गई।
महाराष्ट्र हितचिंतक सभा द्वारा श्रीमंत माधवीराजे सिंधिया की पुण्य स्मृति में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करते हुए बाल कथा वाचक सुधि उपाध्याय लाडली सरकार ने कहा कि जीवन में हमसे जाने अनजाने में अनेक पाप हो जाते हैं, इन पापों को नष्ट करने का एक ही उपाय है, भगवान का नाम जप, भगवान का नाम जपने से बडे से बडे पाप कट जाते हैं। भगवान को याद करने के कई तरीके हैं, जिसमें कथा श्रवण, उनका नाम कीर्तन, स्मरण, अर्चना और वंदना। उन्होंने कहा कि संसार में हर व्यक्ति मैं और मेरा के चक्कर मेें पडा हुआ है, लेकिन जबतक हम अहंकार से मुक्त नहीं होंगे, तब तक प्रभु को प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि परमात्मा को हम तभी पा सकते हैं, जब हमारा विश्वास अटल हो। बालक ध्रुव ने कठिन परिस्थिति में भी भगवान का सुमरिन नहीं छोडा और अंतत: भगवान को स्वयं नरसिंह अवतार लेकर उसे बचाने आना पडा। इस दौरान सुमधुर भजनों पर भक्तों ने खूब नृत्य किया। जब से सांवरे थामा मेरा हाथ, हो गई मेरी बल्ले बल्ले… भजन पर लोगों को उत्साह चरम पर दिखा। इस मौके पर कथा परीक्षत अपूर्वा अमित ठाकरे, मराठा बोर्डिंग के अध्यक्ष बालराज शिंदे, कार्यक्रम संयोजक संग्राम कदम, सह संयोजक संजय सूर्यवंशी, रविन्द्र पाटनकर, राजेन्द्र शिंदे, संजय दुबेकर, गुरू देवेन्द्र उपाध्याय, वीआर कदम, केशवराव पंवार, मीडिया प्रभारी गजेन्द्र इंगले मौजूद रहे।