गंदे नाले में तब्दील हुई सोनभद्रिका नदी की दशा आखिर कब सुधरेगी

भिण्ड, 12 मार्च। आलमपुर नगर की जीवन दायिनी कहीं जाने वाली सोनभद्रिका नदी गंदे नाले में तब्दील होती जा रही है। नदी में कई जगह कूडा कचरा जमा हो गया है। यदि नदी की दुर्दशा पर जल्द ही ध्यान नहीं दिया गया तो एक नदी का अस्तित्व पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।
आलमपुर बस्ती में बने छोटे बडे नाले नालियों का गंदा पानी सोनभद्रिका नदी में पहुंचने के कारण नदी का पानी दूषित हो गया है। इसी बजह से सोनभद्रिका नदी धीरे-धीरे गंदे नाले में तब्दील होती जा रही है। सोनभद्रिका नदी में नाले नालियों का गंदा पानी पहुंचने के कारण नदी में कई जगह कूडा कचरा और मलबा जमा हो गया है। मलवे पर खरपतवार, चांदनी सहित विभिन्न प्रकार के पेड पौधे उग आए हैं, जो नदी के प्रवाह को रोक रहे हैं। इसके अलावा सोनभद्रिका नदी में कीचड जमा होने से जल स्त्रोत बन्द हो गए हैं। नगर के लोगों बताते हैं कि नदी का पानी इतना दूषित हो गया है कि नदी में स्नान करना तो दूर पशु भी नदी का पानी नहीं पीते हैं। नदी के पानी से यदि कोई व्यक्ति स्नान कर ले तो उसको खुजली एवं फोडा फुंसी हो जाते हैं। नदी का पानी दूषित होने की बजह से कई जलीय जीव जंतु विलुप्त हो गए हैं।
आलमपुर नगर के लोगों द्वारा शासन प्रशासन से सोनभद्रिका नदी में जाने वाले गंदे पानी को रोकने और नदी का अस्तित्व बचाने की काफी लम्बे समय से मांग की जा रही है। इसी के चलते लहार विधायक द्वारा नदी का जीर्णोद्धार करने की घोषणा की गई है। इधर नगर परिषद द्वारा भी नदी में जाने वाले नाले के गंदे पानी को रोकने की कार्य योजना बनाकर पिछले कई महीनों से कागजी घोडे दौडाए जा रहे है। किन्तु नदी का अस्तित्व बचाने हेतु धरातल पर कुछ कार्य होता नहीं दिखाई दे रहा है। आखिर नदी की दशा कब सुधरेगी।